भिवानी: चौधरी बंसीलाल नागरिक अस्पताल स्थित नर्सिंग प्रशिक्षण संस्थान छात्रावास की हालत का जायजा लेने चंडीगढ से बिल्डिंग एक्सपर्ट की टीम पहुंची. जिन्होंने बिल्डिंग देखने के बाद कहा कि भवन की हालत बेहद खराब है. इसे ठीक करना नामुमकिन है.
इसके साथ ही बिल्डिंग एक्सपर्ट की टीम ने निरीक्षण के बाद कहा कि भवन की ये हालत स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से हुई है. जिसके चलते यहां की छात्राओं की जान पर बन आई थी.
जानिए क्या है पूरा मामला ?
बता दें कि चौधरी बंसीलाल नागरिक अस्तपाल के नर्सिंग छात्रावास के भवन की हालत पिछले कई सालों से जर्जर होती जा रही है. जिसके चलते पिछले कई महीनों से यहां अक्सर छतों से प्लास्टर गिरने से छात्राओं को चोट भी लग जाती है. पिछले दिनों लगातार ऐसी घटनाओं से घायल हुई छात्राओं ने सड़कों पर उतर कर विरोध जताया और अपनी सुरक्षा की मांग की.
प्रदर्शन से टूटी प्रशासन की नींद
छात्राओं के प्रदर्शन के बाद प्रशासन की नींद खुली और अगले दिन एसडीएम महेश कुमार ने अपनी टीम के साथ इस भवन का निरीक्षण किया. वहीं छात्राओं की सुरक्षा को देखते हुए उन्हें एक सप्ताह की छुट्टी देदी. इसके बाद मंगलवार को बी एंड आर ने चंडीगढ से बिल्डिंग एक्सपर्ट टीम को बुलाया. इस टीम ने जर्जर भवन का निरीक्षण किया.
जर्जर हालत के लिए विभाग जिम्मेदार !
टीम ने निरीक्षण के दौरान हर कमरे, छत और बाहर की जर्जर हालत की रिपोर्ट तैयार की. इसके बाद बी एंड आर के एक्सईएन कृष्ण कुमार ने बताया कि एक्सपर्ट टीम की रिपोर्ट के आधार पर एक सप्ताह में इस जर्जर भवन को तोड़कर नया भवन बनवाने का प्रपोजल बनाया जाएगा. उन्होंने खुद माना कि छात्रावास का ये भवन स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही यानि समय पर मरम्मत ना होने के चलते जर्जर हुआ है.
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20 साल से नहीं हुई भवन की मरम्मत
एक्सईएन ने बताया कि जगह-जगह पानी के रिसाव और समय पर ठीक ना होने के चलते बिल्डिंग जर्जर हुई है. उन्होंने कहा कि साल 2000 से पहले बी एंड आर इसकी देखभाल करता था, लेकिन पिछले 19-20 साल से स्वास्थ्य विभाग इसकी देखभाल करता है.