भिवानी: सरकार के निर्देश के बाद किसानों के खेत में लगाये जा रहे बिजली के टावर का मामला तूल पकड़ने लगा है. इस मामले को लेकर बीते दिनों अधिकारियों और किसानों के बीच समझौता बैठक भी हुई थी, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. जिसके बाद मंगलवार को बिजली कंपनी अधिकारियों ने खेतों में फोर्स तैनात कर जबदरस्ती टॉवर लगाने का काम शुरू कर दिया.
किसानों ने इसका जमकर विरोध किया. काफी देर के हंगामे तथा किसानों के गुस्से को देखते हुए बिजली अधिकारियों द्वारा फोर्स को हटवाकर टॉवर लगाने के कार्य को फिलहाल रोक दिया गया है. लेकिन किसान अभी भी विरोध कर रहे हैं. टॉवर लगाने के विरोध में गांव निमड़ीवाली में किसानों ने अपना धरना जारी है. इस दौरान भारतीय किसान यूनियन टिकैत के युवा प्रदेशाध्यक्ष रवि आजाद भी समर्थन देने पहुंचे.
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इस मौके पर किसानों को संबोधित करते हुए किसान नेता रवि आजाद ने कहा कि भाजपा सरकार सिर्फ पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए किसानों को मौत के मुंह में धकेल रही है. यदि खेतों में टॉवर लगते है तो जमीन की उपजाऊ शक्ति खत्म हो जाएगी, जिसके बाद किसान भुखमरी की कगार पर पहुंच जाएगा. यही नहीं खेतों में हमेशा किसान को दुर्घटना होने का भय बना रहेगा लेकिन यह सब जानते हुए भी सरकार और बिजली कंपनी मनमानी बरतते हुए जबरदस्ती किसानों के खेतों में टॉवर लगाने पर तुले हुए हैं.
आजाद ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक किसान खेतों में टॉवर लगाने को लेकर सहमत नहीं होता या फिर उन्हे उचित मुआवजा नहीं मिल जाता, वे खेतों में टॉवर लगाने के काम को आगे नहीं बढ़ने देंगे. उन्होंने कहा कि भाकियु किसानों के इस संघर्ष में कंधे से कंधा मिलाकर साथ देगा तथा किसानों के भविष्य को बचाने के लिए किसी भी बड़ी कुर्बानी तक से पीछे नहीं हटेगा.