भिवानी: लोहारू उपमंडल के बहल कस्बे के जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के विभिन्न पेयजल स्त्रोतों पर 4 करोड़ 70 लाख रुपये का बिजली बिल होने पर बिजली निगम ने कार्रवाई करते उनका बिजली कनेक्शन काट दिया. जिसके बाद कस्बा सहित आसपास के क्षेत्र में पेयजल की किल्लत पैदा हो गई.
कई सामाजिक संगठनों और लोगों द्वारा बिजली निगम अधिकारियों से जनहित को ध्यान में रखते हुए बिजली आपूर्ति बहाल करने की प्रार्थना पर बिजली निगम ने जनस्वास्थ्य विभाग की पुन: बिजली आपूर्ति बहाल कर दी है. इस बारे में बिजली निगम के जिला कार्यकारी अभियंता संजय रंगा ने जानकारी दी है.
बता दें, बहल जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिक के विभिन्न पेयजल स्त्रोतों पर बिजली विभाग का करीब 4 करोड़ 70 लाख रुपये का बिजली बिल बकाया चल रहा था. बिजली विभाग के अनुसार सब डिविजन के 41 गांवों के पेयजल जलापूर्ति स्त्रोतों पर अब तक 4 करोड़ 69 लाख से ज्यादा का बिल बकाया है.
ये भी पढे़ं- टोहाना के ग्रामीण बिजली उपभोक्ताओं ने जमा कराए करीब 4 करोड़ रुपये
ऐसे में बहल के मुख्य बूस्टिंग स्टेशन का बिजली कनेक्शन तीन दिन पहले ही काट दिया गया है. बिजली के काटे गए कनेक्शन बूस्टिंग स्टेशन पर 90 लाख रुपये से अधिक का बिजली बिल पेडिंग दर्शाया जा रहा है. बिजली कनेक्शन कटने के कारण बहल कस्बे में पेयजल आपूर्ति भी ठप पड़ गई थी.
जिसके बाद कई संगठनों और लोगों ने बिजली निगम अधिकारियों से बूस्टिंग स्टेशन की बिजली आपूर्ति बहाल करने की मांग की, ताकि बहल में पैदा हुए पेयजल संकट से छुटकारा मिल सके. जिसके बाद जनहित को ध्यान में रखते हुए बिजली निगम ने बहल के बूस्टिंग स्टेशन की बिजली आपूर्ति तुरंत बहाल कर दी.
ये भी पढे़ं- हरेरा ने अडानी के गुरुग्राम प्रोजेक्ट को जारी किया नोटिस
ये भी बता दें कि सरकारी विभागों पर बिजली विभाग के करोड़ों के बिजली बिल बकाया है और आम बिजली उपभोक्ता पर चार से छह माह का बिजली बिल बकाया होते ही उसका कनेक्शन काट दिया जाता है. बिजली निगम की ये पक्षपातपूर्ण कार्रवाई संदेह के घेरे में जरूर है. लोगों का कहना है कि बिजली निगम को इस प्रकार से पक्षपात नहीं करना चाहिए.