भिवानी: बढ़ती लागत और कम उत्पादन को देखते हुए किसान परंपरागत खेती की जगह नई-नई किस्म की खेती करने लगा है. भिवानी के गांव पुर के रहने वाले सुनील ने रेड ड्रैगन फ्रूट की फसल लगाकर दूसरे किसानों के सामने एक मिसाल कायम की है. बता दें कि ड्रैगन फ्रूट की खेती ठंडे प्रदेशों में की जाती है, लेकिन सुनील के हौसले ने इसे राजस्थान से सटे भिवानी में ड्रैगन फ्रूट की खेती कर 5 लाख रुपये प्रति एकड़ तक कमा रहे हैं. बता दें कि किसान सुनील 10 एकड़ में रेड ड्रैगन फ्रूट व अमरूद की खेती कर रहे हैं और दोनों से अच्छा मुनाफा भी कमा रहे (Dragon fruit cultivation in Haryana) हैं.
![Dragon fruit cultivation in Haryana](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/17180395_dragon.jpg)
गुजरात से लिया खेती का आइडिया: अगर सुनील के मुताबिक ड्रैगन फ्रूट की खेती देशी खाद से तैयार की हुई है. उनका कहना है कि बेचने के लिए उन्हें कहीं जानें की जरूरत नहीं हैं बल्कि लोग उसके फार्म से ही ले जाते है. सुनील का कहना है कि ड्रैगन फ्रूट में तीन वैरायटी आती हैं, जिनमें सफेद, पीली व लाल शामिल हैं. उन्होंने बताया कि वह वर्ष-2018 में गुजरात गए हुए थे, वहां उन्होंने सफेद ड्रैगन फ्रूट की खेती देखी और उसका स्वाद भी चखा था.
![Dragon fruit cultivation in Haryana](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/17180395_dragon1.jpg)
ड्रैगन फ्रूट की खेती से लाखों की कमाई: उन्होंने बताया कि रेड ड्रैगन फ्रूट का बीज उन्होंने वियतनाम से तैयार करवाया था, जिसका स्वाद अच्छा है. अब वे चार वर्षों से इसकी खेती कर रहे हैं. ड्रैगन फ्रूट की खेती से वह लाखों की कमाई कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि जब यह पौधे 5-6 साल के हो जाएंगे तो प्रत्येक पोल पर 30 से 40 किलो फल लगेगा, जिससे 10-12 लाख रुपये की कमाई प्रति एकड़ होगी. सुनील का कहना है कि सरसों व गेहूं से इतना फायदा नहीं होता, जितना इस तरह की खेती करके हो सकता है.
![Dragon fruit cultivation in Haryana](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/17180395_gvava1.jpg)
कम लागत में ज्यादा मुनाफा: किसान सुनील ने बताया कि कम लागत में ज्यादा मुनाफा इस तरह की खेती (dragon fruit cultivation) से होता है. उन्होंने बताया कि ड्रिप के जरिए ड्रैगन फ्रूट की खेती में पानी अप्रैल, मई, जून माह में देना पड़ता है. ड्रैगन फ्रूट की खेती में ज्यादा पानी की आवश्यकता नहीं होती. उन्होंने बताया कि डेढ़ से 2 लाख रुपये की आमदनी अमरूद की खेती से हो जाती है. उन्होंने कहा कि यदि कोई किसान उन्हें देखकर यह खेती करने का इच्छुक है तो उनकी मदद करने को तैयार हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि सरकार की योजनाओं के अनुसार सब्सिडी भी किसानों को दी जा रही है.
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