भिवानीः प्रदेश में अब किसी भी पशुपालक को पशु दवाई के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा और ना ही दवाई की कमी के चलते पशुओं की मौत होगी. पशुपालन विभाग ने हरियाणा प्रदेश में पशुपालकों को राहत दी है. विभाग ने प्रदेश में 2980 स्थानों पर पशुधन औषधि स्टोर खोलने शुरू कर दिए हैं. जिनमें पशुपालकों को पशुओं के लिए हर इमेरजेंसी दवाई उपलब्ध हो सकेंगी. इस बात की जानकारी पशुपालन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुनील गुलाटी ने भिवानी में दी.
पशु स्वास्थ्य कल्याण समितियों का गठन
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि हरियाणा प्रदेश कृषि के साथ पशुपालन के क्षेत्र में अग्रणीय राज्य है. इसीलिए किसानों की आय को दोगुना करने के उद्देश्य को पशुपालन के माध्यम से पूरा करने के लिए भी सरकार काम कर रही है. अधिक दुग्ध उत्पादन करने व पशुओं को स्वस्थ रखने के उद्देश्य से प्रदेश भर में हर डिस्पेंजरी व अस्पताल स्तर पर पशु स्वास्थ्य कल्याण समितियों का गठन किया गया है.
दवाइयों के लिए मिलेगी आर्थिक मदद
उन्होंने बताया कि पशुधन औषधी स्टोर योजना के तहत सरकार की तरफ से नि:शुल्क पशुओं के लिए सप्लाई की जाने वाली दवाईयों को लिए पैसे के अतिरिक्त अन्य बाजार की दवाईयों के लिए पशु अस्पताल के स्तर पर दस हजार रूपये प्रति अस्पताल व डिस्पेंसरी स्तर पर पांच हजार रूपये प्रति डिस्पेंसरी अतिरिक्त दिए जा रहे हैं.
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पशुपालन को बढ़ावा देना सरकार का मुख्य उद्देश्य
प्रदेश में 2980 स्थानों पर पशुधन औषधी स्टोर खोले जा रहे है. प्रदेश में कोई भी पशु दवाई के अभाव में न मरे, इसीलिए ये अतिरिक्त व्यवस्था की गई है. इसके अतिरिक्त पैसे से इमरजेंसी दवाईयों को पशुधन औषधी स्टोर से खरीदा जा सकेगा. गौरतलब है कि पशुपालन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार के पशुपालन विभाग द्वारा हालही में पशु स्वास्थ्य कल्याण समितियों व पशु किसना क्रेडिट कार्ड बनाने की शुरूआत भी भिवानी से की जा चुकी है.