भिवानी: सावन का पवित्र महीना जारी है. ये सावन का महीना भगवान शिव को बहुत ही प्रिय होता है. भक्त शिवलिंग पर जलाभिषेक कर भगवान शिव की पूजा करते हैं. भिवानी के छोटी काशी के नाम से विख्यात मंदिर में भी मंगलवार को भगवान शिव की आराधना के लिए विशेष पूजा की गई.
इस विशेष पूजा के दौरान महादेव के 1008 नामों के उच्चारण के साथ 1008 कमल के फूल शिवलिंग पर गंगाजल के साथ अर्पित किए गए और देश में सुख और समृद्धि की कामना की की गई. बता दें कि इस पूजा विधि में विशेष रूप से मंत्रोच्चारण रहा और भगवान शिव की पूजा के साथ उनसे आराधना की गई कि देश और विश्व में फैले कोरोना महामारी का खात्मा हो.
पुजारी संगम गिरी ने कहा कि महादेव कमल के फूल से प्रसन्न होते हैं, इसलिए उनको खुश करने के लिए भगवान शिव के 1008 नाम उच्चारण के साथ 1008 कमल के फूल शिवलिंग पर गंगाजल के साथ अर्पित किए गए है. पुजारी संगम गिरी ने बताया कि इस बार ये पूजा अर्चना महामारी को खत्म करने के लिए किया गया है.
उन्होंने कहा कि जब जब पृथ्वी पर कोई विशेष संकट आया है तो सदियों से संत महात्मा इस प्रकार की पूजा विधि से जुड़े रहे हैं और उनके तप बल और भगवान की स्तुति से जनमानस का ही नही, बल्कि जीव जंतुओं का कल्याण हुआ है. उन्हीं की परंपराओं को आगे बढ़ाते हुए भगवान शिव की आराधना की जा रही है. उन्होंने कहा कि कमल अर्चना के लिए दिल्ली से विशेष रूप से 1008 से अधिक कमल के फूल लाए गए और उनसे भगवान शिव का श्रृंगार किया गया.
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बता दें कि हिंदू धर्म के अनुसार सावन का महीना भगवान शिव को बेहद प्रिय होता है. मान्यता है कि सावन के महीने में जो व्यक्ति भगवान शिव की पूजा सच्चे मन से करता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस बार सावन का महीना 6 जुलाई से शुरू हो चुका है, जो 3 अगस्त को खत्म होगा.