भिवानी में साइबर ठगी के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित 2 जनों को गिरफ्तार किया है. प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान उसकी नौकरी चली गई थी. जिसके बाद आरोपी ने दिल्ली में ठगी का कॉल सेंटर खोल लिया था. आरोपी यहां रखे कर्मचारियों के जरिए लोगों को कॉल करवाता था और फर्जी वेबसाइट पर लुभावने विज्ञापनों का झांसा देकर ठगी कर रहा था.
पुलिस ने इस मामले का पर्दाफाश कर आरोपी को प्रोडेक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया है. भिवानी पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि गांव सुरपुरा खुर्द निवासी मुकेश कुमार ने साइबर क्राइम थाना भिवानी में शिकायत दर्ज कराई थी कि 11 जनवरी को उसके मोबाइल पर कॉल आई थी. कॉल करने वाले ने मुकेश कुमार के बताया कि आपके नंबर पर ऑफर है. जिसका फायदा आप वेबसाइट पर जाकर उठा सकते हैं.
यह था मामला: शिकायतकर्ता द्वारा 15 जनवरी को एक वेबसाइट पर जाकर एक मोबाइल फोन आईफोन-13 सेलेक्ट किया गया था. इसके बाद 16 जनवरी को आरोपी ने उसे दोबारा कॉल करके जीएसटी चार्ज के नाम पर यूपीआई आईडी पर पेमेंट कराई थी. इस प्रकार आरोपियों ने झांसा देकर 16 जनवरी से 27 जनवरी तक कुल 2 लाख 10 हजार 641 रुपए ट्रांसफर करवा लिए. इसके बाद आरोपियों ने पीड़ित को ना तो फोन दिया और ना ही ट्रांसफर किए गए रुपए वापस लौटाए.
प्रोडक्शन वारंट पर किया गिरफ्तार: पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कॉल सेंटर बनाकर लोगों से लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने के मुख्य आरोपी को न्यायालय से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान उत्तर प्रदेश के बांदा जिला के खोरिया निवासी संजय के रूप में हुई है. आरोपी संजय को न्यायालय में पेश कर 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है. पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस टीम द्वारा एक अन्य कॉलर को न्यायालय से प्रोडक्शन वारंट हासिल कर गिरफ्तार किया है.
दिल्ली में खोला ठगी का कॉल सेंटर: आरोपी की पहचान यूपी के चितराकोट निवासी प्रेमकांत के रूप में हुई है. पुलिस पूछताछ में मुख्य आरोपी संजय ने बताया कि कोरोना महामारी में उसकी नौकरी छूट गई थी. इस पर उसने रुपए कमाने के लिए फर्जी वेबसाइट और दिल्ली में फर्जी कॉल सेंटर खोल लिया था. जहां पर आरोपी ने वेतन पर कॉलर रख रखे थे. यह मोबाइल नंबर पर संपर्क करके फर्जी वेबसाइट पर जाकर ऑर्डर बुक कराने के लिए कहते थे. इस तरह आरोपी लोगों से धोखाधड़ी कर रहा था. पुलिस ने आरोपी संजय व प्रेमकांत को कोर्ट में पेश किया है, जहां से उन्हें न्यायालय में भेज दिया गया.