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Cyber Fraud in bhiwani: ऑनलाइन फ्रॉड का नया तरीका, एपीएस फ्रॉड कर ठगों ने खाते से उड़ाए 1 लाख से अधिक रुपये - हरियाणा के भिवानी में एपीएस फ्रॉड

आए दिन साइबर अपराधी लोगों से ठगी करने के लिए हर रोज नए-नए तरीके अपना रहे हैं. पिछले दिनों कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें लोगों ने न तो ओटीपी नंबर बताया है और न ही किसी लिंक पर क्लिक किया है फिर भी उनके खाते से पैसे गायब हो गए. जांच में ये पता चला है कि आधार के जरिए इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया जा रहा है. हरियाणा के भिवानी में एपीएस फ्रॉड कर ठगों ने खाते से एक लाख 10 हजार रुपये उड़ाने का मामला सामने आया है. (Cyber fraud through Aadhaar)

Cyber Crime in bhiwani
भिवानी में ऑनलाइन फ्रॉड का नया तरीका
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Published : Jan 13, 2023, 5:38 PM IST

Updated : Jan 13, 2023, 8:51 PM IST

भिवानी में ऑनलाइन फ्रॉड.

भिवानी: हरियाणा के भिवानी में अब एक नए प्रकार का फ्रॉड हुआ है. इस फ्रॉड में बदमाश किसी भी सरकारी साइट से आपके अंगूठे के निशान को चुरा लेते हैं. फिर उसके बाद बदमाश किसी भी सीएससी सेंटर पर जाकर आपके खाते से पैसे निकाल लेते हैं. ऐसा ही एक फ्रॉड भिवानी में नेशनल रूरल हेल्थ मिशन में कार्यरत सेक्टर-13 निवासी मीनाक्षी शर्मा के साथ हुआ है. उन्होंने मामले की जानकारी भिवानी के सिविल लाइन थाना में दर्ज करवाई है.

भिवानी पुलिस के सामने अब एक नए प्रकार का ऑनलाइन फ्रॉड सामने आया है. ये फ्रॉड किसी भी सरकारी कागजात पर लगे हुए अंगूठे से भी हो सकते हैं. अगर आपको अंगूठे लगाना भी है तो आप अंगूठा लगा कर अपने आधार कार्ड को एम आधार की साइट पर जाकर लॉक कर दे. ग्रामीण मिशन में कार्यरत पीड़िता मीनाक्षी शर्मा ने बताया कि एक दिन उसके पास बैंक द्वारा भेजा गया एसएमएस आया. उसने एसएमएम देखा तो उसके खाते से 10 हजार रुपये निकले हुए थे. जब उन्होंने खाते की स्टेटमेंट निकलवाई तो देखा कि प्रतिदिन उसके खाते से 10-10 हजार रुपये निकल रहे थे. इस तरह से उसके खाते से कुल एक लाख 10 हजार रुपये निकल चुके थे. (aps fraud in bhiwani)

उन्होंने बैंक से संपर्क किया और तुरंत अपने खाते को लॉक करवाया. मीनाक्षी ने बताया उन्होंने किसी लिंक पर क्लिक नहीं किया था और ना ही उन्होंने किसी को ओटीपी दिया था. सिर्फ जमीन के कागजात पर अंगूठा लगाया था. उन्होंने शक जाहिर किया है कि शायद उसी वजह से ऐसा हुआ है. उन्होंने मामले की जानकारी बैंक को और साइबर थाने को दी है. पुलिस मामले में आगामी कार्रवाई में जुटी है.

वहीं, भिवानी के साइबर थाना प्रभारी विकास ने बताया कि यह नए प्रकार का फ्रॉड है. सभी को अपने आधार कार्ड के निशान को लॉक करवाना चाहिए. उन्होंने बताया कि मीनाक्षी की शिकायत पर कार्रवाई की जा रही है. उनका यह फ्रॉड एपीएस से हुआ है. ये लोग निशान का क्लोन बना कर उससे पैसे निकाल लेते हैं. (aps fraud in bhiwani haryana)

वेबसाइट से चुरा रहे फिंगरप्रिंट्स: साइबर थाना प्रभारी ने कहा कि, साइबर अपराधी लोगों की अलग-अलग वेबसाइट पर शेयर की गई जरूरी दस्तावेजों की जानकारी इकट्ठा करते हैं. उन दस्तावेजों पर संबंधित व्यक्ति के अंगूठे या अंगुलियों के निशान हैं तो यह साइबर अपराधी उन दस्तावेजों से अंगूठे और उंगलियों के निशानों की क्लोनिंग कर लेते हैं. उनके बाद उनके बैंक खातों से जुड़ी जानकारी हासिल रहे हैं, सिलिकॉन अंगूठा बनाने के लिए साइबर अपराधी बटर पेपर पर अंगुलियों और अंगूठे का निशान लेते हैं, उसके बाद खातों की जानकारी इकट्ठा कर पैसे गायब करने जुट जाते हैं. (Cyber fraud through Aadhaar)

आधार को करना होगा सुरक्षित: बता दें कि, आधार कार्ड एक ऐसा डॉक्यूमेंट बन गया है, जिसकी जरूरत बैंक में खाता खुलवाने से लेकर सिम खरीदने तक हर-एक छोट-मोटी काम में होती है. कई बार लोगों का किसी कारण डाटा लीक हो जाता है. जिसकी वजह से साइबर ठगी होने की संभावना बढ़ जाती है. इस समस्या को देखते हुए यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी यूआईडीएआई ने एक फीचर जारी किया है. इस फीचर के जरिए आप अपने आधार नंबर को लॉक कर सकते हैं. इसके साथ ही इस फीचर के माध्यम से यूजर अपनी डाटा को सुरक्षित रख कर सकते हैं.

कैसे करें लॉक: बता दें कि आधार पर लॉक लगाने के लिए उस पर मोबाइल नंबर रजिस्टर होना बहुत जरूरी है, बिना रजिस्टर मोबाइल नंबर के लॉक नहीं लगाया जा सकता है. ऐसे में अगर आपका मोबाइल नंबर रजिस्टर नहीं है तो आपको सबसे पहले अपना नंबर रजिस्टर करवाना होगा. बड़ी बात यह है कि आधार में नंबर दर्ज करवाने का कोई भी ऑनलाइन तरीका नहीं है. आपको आधार सेंटर पर जाना पड़ेगा. यह नियम इसलिए रखा गया है ताकि कहीं आधार नंबर रजिस्टर करवाने के चक्कर में आप से साइबर ठगी न हो जाए. यदि आप अपने आधार को लॉक कर देते हैं तो कोई भी बिना आपकी इजाजत के आपका आधार कहीं पर भी इस्तेमाल नहीं कर सकता है. इसके अलावा कोई भी शख्स आपके फिंगरप्रिंट का इस्तेमाल भी नहीं कर पाएगा.

साइबर अपराध के प्रकार: भिवानी के साइबर थाना प्रभारी ने कहा कि, साइबर अपराध तीन भागों में बटा हुआ है. पहला ये कि- साइबर अपराधी प्रलोभन देकर लिंक भेजकर पीड़ित को ठगी का शिकार बनाते हैं. दूसरा तरीका किसी प्रकार का डर दिखाकर ठगी करने का है. इसके अलावा सेक्सटॉर्शन भी इसका एक हिस्सा है. जिसमें किसी भी व्यक्ति को झांसे में लेकर उसकी अश्लील वीडियो बनाने के उपरांत उसे ब्लैकमेल करने की धमकी दी जाती है. तीसरा साइबर अपराध जानकार बनके फ्रॉड करना है.

ये भी पढ़ें: हरियाणा का 'जामताड़ा' बन रहा मेवात, नूंह साइबर पुलिस ने तैयार की कुख्यात साइबर अपराधियों की सूची

भिवानी में ऑनलाइन फ्रॉड.

भिवानी: हरियाणा के भिवानी में अब एक नए प्रकार का फ्रॉड हुआ है. इस फ्रॉड में बदमाश किसी भी सरकारी साइट से आपके अंगूठे के निशान को चुरा लेते हैं. फिर उसके बाद बदमाश किसी भी सीएससी सेंटर पर जाकर आपके खाते से पैसे निकाल लेते हैं. ऐसा ही एक फ्रॉड भिवानी में नेशनल रूरल हेल्थ मिशन में कार्यरत सेक्टर-13 निवासी मीनाक्षी शर्मा के साथ हुआ है. उन्होंने मामले की जानकारी भिवानी के सिविल लाइन थाना में दर्ज करवाई है.

भिवानी पुलिस के सामने अब एक नए प्रकार का ऑनलाइन फ्रॉड सामने आया है. ये फ्रॉड किसी भी सरकारी कागजात पर लगे हुए अंगूठे से भी हो सकते हैं. अगर आपको अंगूठे लगाना भी है तो आप अंगूठा लगा कर अपने आधार कार्ड को एम आधार की साइट पर जाकर लॉक कर दे. ग्रामीण मिशन में कार्यरत पीड़िता मीनाक्षी शर्मा ने बताया कि एक दिन उसके पास बैंक द्वारा भेजा गया एसएमएस आया. उसने एसएमएम देखा तो उसके खाते से 10 हजार रुपये निकले हुए थे. जब उन्होंने खाते की स्टेटमेंट निकलवाई तो देखा कि प्रतिदिन उसके खाते से 10-10 हजार रुपये निकल रहे थे. इस तरह से उसके खाते से कुल एक लाख 10 हजार रुपये निकल चुके थे. (aps fraud in bhiwani)

उन्होंने बैंक से संपर्क किया और तुरंत अपने खाते को लॉक करवाया. मीनाक्षी ने बताया उन्होंने किसी लिंक पर क्लिक नहीं किया था और ना ही उन्होंने किसी को ओटीपी दिया था. सिर्फ जमीन के कागजात पर अंगूठा लगाया था. उन्होंने शक जाहिर किया है कि शायद उसी वजह से ऐसा हुआ है. उन्होंने मामले की जानकारी बैंक को और साइबर थाने को दी है. पुलिस मामले में आगामी कार्रवाई में जुटी है.

वहीं, भिवानी के साइबर थाना प्रभारी विकास ने बताया कि यह नए प्रकार का फ्रॉड है. सभी को अपने आधार कार्ड के निशान को लॉक करवाना चाहिए. उन्होंने बताया कि मीनाक्षी की शिकायत पर कार्रवाई की जा रही है. उनका यह फ्रॉड एपीएस से हुआ है. ये लोग निशान का क्लोन बना कर उससे पैसे निकाल लेते हैं. (aps fraud in bhiwani haryana)

वेबसाइट से चुरा रहे फिंगरप्रिंट्स: साइबर थाना प्रभारी ने कहा कि, साइबर अपराधी लोगों की अलग-अलग वेबसाइट पर शेयर की गई जरूरी दस्तावेजों की जानकारी इकट्ठा करते हैं. उन दस्तावेजों पर संबंधित व्यक्ति के अंगूठे या अंगुलियों के निशान हैं तो यह साइबर अपराधी उन दस्तावेजों से अंगूठे और उंगलियों के निशानों की क्लोनिंग कर लेते हैं. उनके बाद उनके बैंक खातों से जुड़ी जानकारी हासिल रहे हैं, सिलिकॉन अंगूठा बनाने के लिए साइबर अपराधी बटर पेपर पर अंगुलियों और अंगूठे का निशान लेते हैं, उसके बाद खातों की जानकारी इकट्ठा कर पैसे गायब करने जुट जाते हैं. (Cyber fraud through Aadhaar)

आधार को करना होगा सुरक्षित: बता दें कि, आधार कार्ड एक ऐसा डॉक्यूमेंट बन गया है, जिसकी जरूरत बैंक में खाता खुलवाने से लेकर सिम खरीदने तक हर-एक छोट-मोटी काम में होती है. कई बार लोगों का किसी कारण डाटा लीक हो जाता है. जिसकी वजह से साइबर ठगी होने की संभावना बढ़ जाती है. इस समस्या को देखते हुए यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी यूआईडीएआई ने एक फीचर जारी किया है. इस फीचर के जरिए आप अपने आधार नंबर को लॉक कर सकते हैं. इसके साथ ही इस फीचर के माध्यम से यूजर अपनी डाटा को सुरक्षित रख कर सकते हैं.

कैसे करें लॉक: बता दें कि आधार पर लॉक लगाने के लिए उस पर मोबाइल नंबर रजिस्टर होना बहुत जरूरी है, बिना रजिस्टर मोबाइल नंबर के लॉक नहीं लगाया जा सकता है. ऐसे में अगर आपका मोबाइल नंबर रजिस्टर नहीं है तो आपको सबसे पहले अपना नंबर रजिस्टर करवाना होगा. बड़ी बात यह है कि आधार में नंबर दर्ज करवाने का कोई भी ऑनलाइन तरीका नहीं है. आपको आधार सेंटर पर जाना पड़ेगा. यह नियम इसलिए रखा गया है ताकि कहीं आधार नंबर रजिस्टर करवाने के चक्कर में आप से साइबर ठगी न हो जाए. यदि आप अपने आधार को लॉक कर देते हैं तो कोई भी बिना आपकी इजाजत के आपका आधार कहीं पर भी इस्तेमाल नहीं कर सकता है. इसके अलावा कोई भी शख्स आपके फिंगरप्रिंट का इस्तेमाल भी नहीं कर पाएगा.

साइबर अपराध के प्रकार: भिवानी के साइबर थाना प्रभारी ने कहा कि, साइबर अपराध तीन भागों में बटा हुआ है. पहला ये कि- साइबर अपराधी प्रलोभन देकर लिंक भेजकर पीड़ित को ठगी का शिकार बनाते हैं. दूसरा तरीका किसी प्रकार का डर दिखाकर ठगी करने का है. इसके अलावा सेक्सटॉर्शन भी इसका एक हिस्सा है. जिसमें किसी भी व्यक्ति को झांसे में लेकर उसकी अश्लील वीडियो बनाने के उपरांत उसे ब्लैकमेल करने की धमकी दी जाती है. तीसरा साइबर अपराध जानकार बनके फ्रॉड करना है.

ये भी पढ़ें: हरियाणा का 'जामताड़ा' बन रहा मेवात, नूंह साइबर पुलिस ने तैयार की कुख्यात साइबर अपराधियों की सूची

Last Updated : Jan 13, 2023, 8:51 PM IST
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