भिवानी: शराब और रजिस्ट्री घोटाले को लेकर प्रदेश भर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का विरोध प्रदर्शन जारी है. भिवानी में भी कई घोटालों के खिलाफ कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान कांग्रेस नेता सड़कों पर उतरे और गठबंधन सरकार में हो रहे घोटालों को लेकर विरोध जताया.
आपस में भिडे़ कांग्रेस कार्यकर्ता
इस विरोध प्रदर्शन में हास्यपद दौर तब आया जब भिवानी में सरकार का विरोध कर रहे कांग्रेस नेता एक दूसरे का विरोध करने में ही उलझ गए. लघु सचिवालय के बाहर काफी देर तक ये ड्रामा चलता रहा और फिर इसी नाराजगी व बहसबाजी के बीच तहसीलदार के माध्यम से राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया.
सरकार के खिलाफ कर रहे थे प्रदर्शन
बता दें कि, गठबंधन सरकार पर विपक्ष एक के बाद एक घोटाले का आरोप लगा रहा है. इसी को लेकर गुरुवार को प्रदेश भर में कांग्रेस के नेता जिला स्तर पर सड़कों पर उतरे और विरोध करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा और सिटिंग जज से घोटालों की जांच करवाने की मांग की.
भिवानी में विरोध प्रदर्शन पूर्व विधायक सोमबीर सिंह के नेतृत्व में किया गया. जब ये नेता लघु सचिवालय के बाहर पहुंचे तो कुछ नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री स्व. चौधरी बंसीलाल और पूर्व मंत्री किरण चौधरी के नारे लगाने शुरू कर दिए. बंसीलाल और किरण चौधरी के नारे सुन हुड्डा गुट समर्थक नाराज हो गए और सरकार की बजाय आपस में विरोध जताने लगे.
हुड्डा और किरण चौधरी समर्थकों में हुई बहस
हुड्डा और किरण समर्थकों में जमकर बहस हुई. हुड्डा समर्थक तो यहां तक कहने लगे कि ऐसे नारे लगाने हैं तो वो आगे से किसी भी संयुक्त कार्यक्रम में भाग नहीं लेंगे. प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे पूर्व विधायक सोमबीर सिंह ने मामले का शांत करवाया. उन्होंने कहा कि जब से गठबंधन सरकार बनी है तब से खासकर उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के विभागों में हर महीने एक के बाद एक घोटाले सामने आ रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि प्रदेश में छात्रवृत्ति घोटाले, अब रोडवेज में किलोमीटर घोटाला, ओवरलोड घोटाला, माइनिंग घोटाला, रजिस्ट्री घोटाला और अब शराब घोटाला हुआ है. उन्होंने कहा कि शराब घोटाले को लेकर पहले एसआईटी गठन को लेकर विवाद और फिर एसईटी बनी उस की जांच पर विज और दुष्यंत के अलग-अलग बोल सामने आए. कांग्रेस इन सभी घोटालों की जांच सिटिंग जज से करवाने की मांग करती है.