भिवानी: लोहारू के रुपाड़ा गांव में अवैध रूप से पकड़े गए पटाखों को नष्ट करते समय हुए धमाके का मामला (case of explosion while destroying firecrackers) अब तूल पकड़ता जा रहा है. अब इस मामले में नगरपालिका कर्मचारियों ने अन्ची देवी मेघराज जिंदल सिविल हॉस्पिटल के बाहर अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए हैं. बता दें कि बुधवार को हुए हादसे में नगरपालिका कर्मचारी मोनू की मौत हो गई थी. इसके अलावा ड्यूटी मजिस्ट्रेट सहित 8 कर्मचारी घायल हो गए थे.
कर्मचारियों का कहना है कि बारूदी एक्सपर्ट के बिना कदम क्यों उठाया गया. दोषी अधिकारियों पर 302 का मुकदमा दर्ज हो. यही नहीं कर्मचारियों की मांग है कि मृतक के परिजन को एक सरकारी नौकरी और 2 करोड़ रुपये की मुआवजा राशि दे सरकार. हालांकि अभी इस पूरे मामले को लेकर प्रशासन कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.
बता दें कि पिछले दिनों सिवानी प्रशासन ने अवैध रूप से चल रही पटाखा फैक्ट्री में छापेमारी के दौरान लाखों रूपये के पटाखें बरामद किए (Illegal firecrackers in Bhiwani) थे. इस दौरान एक महिला व एक बच्ची की मौत हो गई थी. पटाखा फैक्ट्री संचालक को पुुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था जो अभी जेल में ही बंद है. बुधवार को जब्त पटाखों को सिवानी प्रशासन नष्ट करने के लिए पटाखा फैक्ट्री में पहुंची. जैसे ही जेसीबी से गड्डा खोदकर पटाखे डाले ही जा रहे थे कि विस्फोट हो गया.
विस्पोट इतना भयंकर था कि मौके पर मौजूद ट्रैक्टर के परखच्चे उड़ गए. धमाके के साथ पास खड़े दूसरे ट्रैक्टर के परखच्चे उड़ गए इसके अलावा तहसीलदार की गाड़ी, जेसीबी, थाना प्रभारी की गाड़ी टूट गई. मौके पर मौजूद फायरबिग्रेड की गाड़ियों से आग पर काबू पाया गया. एबुंलेंस से घायलों को नजदीक के प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया. एसडीएम सुरेश कुमार ने मौके पर पहुंचकर घटना स्थल का दौरा किया.