भिवानी: मिनी क्यूबा के नाम से मशहूर भिवानी के खिलाड़ियों ने समय-समय पर अपनी प्रतिभा के दम पर केवल भिवानी जिले, बल्कि प्रदेश और देश का नाम विश्व में चमकाया है. इसी कड़ी में भिवानी की मुक्केबाज निशा गुलेरिया ने 52 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा है. बता दें कि रोमानिया में 24 नवंबर से 4 दिसंबर तक जूनियर विश्व मुक्केबाजी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था.
जिसमें भिवानी बॉक्सिंग क्लब की महिला मुक्केबाज निशा गुलेरिया ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 52 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीता है. पदक विजेता खिलाड़ी निशा शनिवार को भिवानी पहुंची. तिगड़ाना मोड़ पर स्थित भिवानी बॉक्सिंग क्लब में पहुंचने पर निशा का परिजनों और ग्रामीणों ने मिलकर जोरदार स्वागत किया.
भिवानी बॉक्सिंग क्लब के कोच जगदीश सिंह ने बताया कि निशा गुलेरिया का एक महीने में ये दूसरा स्वर्ण पदक है. निशा गुलेरिया ने 24 अक्टूबर से 4 नवंबर तक कजाकिस्तान में आयोजित हुई जूनियर एशियाई मुक्केबाजी में भी स्वर्ण पदक जीता था. कोच जगदीश सिंह ने बताया कि निशा की दो बड़ी बहनें ललिता व नेहा भी भिवानी बॉक्सिंग क्लब की मुक्केबाज हैं.
ललिता भी 69 किलोग्राम भार वर्ग की युवा एशियाई चैंपियनशिप व एशियन की बेस्ट बॉक्सर का खिताब अपने नाम कर चुकी हैं. नेहा गुलेरिया ने हाल ही में गोवा में आयोजित राष्ट्रीय खेलों में 57 किलोग्राम भार वर्ग में कांस्य पदक जीता है. इस मौके पर भिवानी बॉक्सिंग क्लब के संरक्षक कमल सिंह प्रधान ने बताया कि निशा ने विश्व मुक्केबाजी प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन किया.
निशा ने सेमीफाइनल में रूस की मुक्केबाज को 4-1 से तथा फाइनल मुकाबले में कजाकिस्तान की मुक्केबाज को 5-0 से हराकर स्वर्ण पदक पर कब्जा किया. उन्होंने बताया कि भिवानी बॉक्सिंग क्लब का ये विश्व मुक्केबाजी में ओलंपिक सहित 21वां पदक है, जो एक विश्व कीर्तिमान है. उन्होंने बताया कि इन 21 पदकों में 11 स्वर्ण, 2 रजत व 8 कांस्य पदक शामिल हैं.
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