भिवानी: अपनी और पार्टी की हार से आहत पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने इशारों ही इशारों में मुख्यमंत्री की जन आशीर्वाद यात्रा को जिम्मेदार ठहराया है. भिवानी पहुंचे रामबिलास शर्मा ने कहा कि हार की समीक्षा कर केंद्र को रिपोर्ट की जाएगी.
40 सीटों पर सिमटी बीजेपी
बता दें कि बीजेपी ने विधानसभा चुनावों से पहले 75 पार का नारा दिया था. भ्रष्टाचार खत्म करने, नौकरियों में पारदर्शिता बरतने और सबका साथ-सबका विकास का नारे देने के बाद भी बीजेपी को बहुमत से कम 40 सीटें ही मिली हैं. साथ ही पार्टी के दिग्गज मंत्रियों की हार किसी को हजम नहीं हो रही है. इसको लेकर अब पार्टी विधानसभा स्तर पर बैठक कर समीक्षा कर रही है. इसके तहत पूर्व शिक्षा मंत्री भिवानी और दादरी जिले की बैठक ले रहे हैं.
बीजेपी की हार की समीक्षा
अलग-अलग हलकों के कार्यकर्ताओं की बैठक लेने के बाद रामबिलास शर्मा मीडिया से रूबरू हुए. इस दौरान वो हार से आहत दिखे और कहा कि हार के कई कारण हैं, जिनकी समीक्षा हो रही है. उन्होंने बताया कि हार के जो कारण कार्यकर्ता बता रहे हैं उसकी रिपोर्ट बनाकर केंद्र को सौंपी जाएगी.
हार का कारण जन आशीर्वाद यात्रा?
दिग्गजों की हार पर शर्मा ने कहा कि हार ऐसी चीज है, जिसका बाप बनने को कोई तैयार नहीं. शर्मा ने दबी जुबां में सीएम का नाम लिए बिना जन आशीर्वाद यात्रा को हार का कारण बताया और कहा कि जो नेता इस रथ में चढ़ा वो चुनाव तक नीचे उतरा ही नहीं.
ये भी पढ़ें:-फरीदाबाद: सरकारी स्कूलों की जर्जर बिल्डिंग को लेकर HC में हुई सुनवाई, कोर्ट ने मांगी रिपोर्ट
खुद की हार पर रामबिलास ने कहा कि महेंद्रगढ़ में मेरी हार मात्र 7-8 हजार मतों से हुई है और साथ ही जीतने वाले कांग्रेस प्रत्याशी के भी पहले की तुलना में वोट कम हुए हैं. इस बार महेंद्रगढ़ में सभी प्रत्याशियों ने वोटों का खूब लेनदेन किया है. साथ ही उन्होंने खुद के प्रदेश अध्यक्ष या राज्यपाल बनाने जाने की चर्चाओं पर कहा कि ये फैसला संगठन द्वारा लिया जाने वाला फैसला बताया. मैं संगठन का सच्चा सिपाही हूं और संगठन जो फैसला लेगा वो मंजूर होगा.