भिवानी: किसी भी शहर में स्वच्छता और सफाई के लिए स्थानीय निकाय के सफाई कर्मचारी अहम भूमिका निभाते हैं. परंतु भिवानी के सफाई कर्मचारी उन्हें आधारभूत सुविधाएं न मिलने से प्रदर्शन को मजबूर हैं. नाराज कर्मचारियों नें सड़क पर उतरकर शहरभर में प्रदर्शन किया.
सफाई कर्मचारियों की मांग
पीएफ जमा न होने, वर्दी, जूते और भत्ता न मिलने, पेंशन शेयर जमा न होने और रिटायर्ड कर्मचारियों को जमा पेंशन न मिलने की मांगों को लेकर भिवानी नगर परिषद के कर्मचारी सड़कों पर उतर आए हैं. जिसके बाद उन्होंने एकत्रित होकर उपायुक्त के माध्यम से अपनी मांगों का मांग पत्र उच्च अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को भेजा.
सड़क पर उतरे सफाई कर्मचारी
नगर परिषद के कर्मचारी नेता पुरुषोत्तम दानव और महिला सफाई कर्मचारी मनीषा का कहना है कि वे अपनी मांगों को लेकर भिवानी के उपायुक्त, नगर परिषद के चेयरमैन और ईओ को 72 घंटे का अल्टीमेटम दे चुके हैं, परंतु अल्टीमेटम के दो दिन बीत जाने के बाद भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. इसके चलते उन्हें मजबूरन सडकों पर उतरना पड़ रहा है. सरकार स्वच्छ भारत का नारा देती है, परंतु स्वच्छता को कायम रखने वाले नगर परिषद कर्मचारियों को भूखा मारने का काम कर रही है.
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1993 से नहीं जमा हो रहा पेंशन शेयर
सफाई कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि 1993 से उनके पेंशन शेयर जमा नहीं हो रहे हैं. तीन साल 6 माह से उनका पीएफ भी जमा नही हो रहा. वहीं कच्चे कर्मचारियों की फाईलों को आगे नहीं बढ़ाया जा रहा. इसके साथ ही कर्मचारियों को मिलने वाली वर्दी और जूतों के चैक पर ईओ साईन नहीं कर रहे.
भिवानी नगर परिषद के रिटायर्ड कर्मचारियों को तीन साल से उनके पेंशन का पैसा नहीं मिल रहा, इसके साथ ही सफाई कर्मचारियों के बच्चों को मिलने वाला शिक्षा भत्ता भी तीन साल से बकाया है. इसकी को लेकर कर्मचारियों का गुस्सा फूट पड़ा और सड़क पर उतरकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.