भिवानी: चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय का दारोमदार अनुबंध शिक्षकों के कंधों पर ही है. विश्वविद्यालय में करीब पांच दर्जन अनुबंध शिक्षक हैं. इन शिक्षकों के हड़ताल पर चले जाने से सोमवार को हजारों विद्यार्थी अपनी कक्षाओं में खाली बैठे नजर आएं, क्योंकि इन विद्यार्थियों को ज्ञान देने वाले गुरु जी अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे थे. सीबीएलयू के अधिकांश विभागों में अनुबंध शिक्षक ही तैनात हैं, लेकिन उन्हें सरकार द्वारा घोषित बढ़ा हुआ वेतन नहीं मिल रहा, इसीलिए वे हड़ताल पर चले गए.
धरने पर बैठे अनुबंध अध्यापक
अनुबंध सहायक प्रोफेसर अगीन दलाल ने कहा कि वे लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन को अवगत करवाते रहे हैं, लेकिन उनकी मांगों की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया. आखिरकार उन्हें संघर्ष की राह अपनानी पड़ी है. अनुबंध शिक्षकों को बढ़ा हुआ वेतन देने के लिए उच्चतर शिक्षा के एसीएस अंकुश गुप्ता और मुख्यमंत्री कार्यालय से भी पत्र आ चुका है.
विश्वविद्यालय ने बनाई कमेटी
अनुबंध शिक्षकों के आंदोलन की भनक मिलने के बाद चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय के उपकुलपति प्रो. आरके मित्तल ने अपने तीन प्रतिनिधियों को संघर्षरत्त अनुबंध शिक्षकों से बातचीत के लिए भेजा. इस प्रतिनिधिमंडल में डॉ. सुरेश मलिक, डॉ. दिनेश मदान और विकास कुमार शामिल थे.
प्रतिनिधिमंडल ने संघर्षरत्त अनुबंध शिक्षकों को भरोसा दिलाया कि 10 सितंबर को कार्यकारी कमेटी में संवैधानिक रूप से इस मांग को मान लिया गया था. इसे लागू करने की तारीख भी तत्काल घोषित की जाएगी. इसके बाद अनुबंध शिक्षकों ने अपना आंदोलन स्थगित कर दिया.
ये भी पढ़ें- भिवानी: सफाई कर्मचारियों ने एरियर की मांग को लेकर किया प्रदर्शन