भिवानी: भिवानी जिले के बारवास गांव में बोलेरो गाड़ी में दो जले हुए शव मिलने के मामले पर सियासत तेज हो गई है. इस मामले में जहां राजस्थान पुलिस ने बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को नामजद किया है. वहीं बजरंग दल व विश्व हिंदू परिषद कार्यकर्ता बगैर जांच किए केवल मृतकों के परिजनों की शिकायत पर बजरंग दल कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने का विरोध कर रहे हैं. इन संगठनों ने इस संबंध में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर इस मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है. इस दौरान संगठन के कार्यकर्ताओं ने राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल कार्यकर्ता शनिवार को लघु सचिवालय भिवानी पहुंचे. जहां कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार से माफी मांगते हुए बजरंग दल कार्यकर्ताओं पर दर्ज झूठे मामलों को वापस लेने की मांग की. भिवानी के विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष प्रदीप बंसल व विभाग मंत्री वरूण बजरंगी ने कहा कि भिवानी के बारवास गांव में दो जले हुए शव मिले थे.
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इन्हें राजस्थान की भरतपुर पुलिस जुनैद व नासिर का बता रही है. दोनों गौतस्कर थे और इनकी हत्या का आरोप हरियाणा के बजंरग दल कार्यकर्ताओं पर लगाकर उन्हें इस केस में नामजद किया जा रहा है. जबकि अभी मामले की जांच पूरी नहीं हुई है. राजस्थान पुलिस जांच से पहले ही बजरंग दल कार्यकर्ताओं को आरोपी मानते हुए कार्रवाई कर रही है, यह गलत है.
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इस दौरान उन्होंने कहा कि बजरंग दल कार्यकर्ता इस बात का विरोध करते हैं कि बिना जांच किए ही बजरंग दल कार्यकर्ताओं को इस मामले में घसीटा जा रहा है. यह राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार की राजनीति से प्रेरित मंशा दर्शाती है. उन्होंने इस पूरे मामले की सीबीआई से जांच करवाने की मांग करते हुए कहा कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती है, तब तक राजस्थान पुलिस कार्यकर्ताओं को परेशान न करे. केवल मृतकों के भाई द्वारा आरोप लगाने को सत्य मानकर उन्हें इस मामले में घसीटना गलत है.