भिवानी: इस साल सूखे के चलते खरीफ फसलें जैसे कपास, ग्वार, बाजरा की 60 से 80 प्रतिशत तक खराब हो गईं. जिसके चलते स्पेशल गिरदावरी की मांग को लेकर अखिल भारतीय किसान सभा का 21 सदस्यी प्रतिनिधिमंडल लघुसचिवालय पहुंचा. जहां किसान सभा के सदस्यों ने उपायुक्त और जिला राजस्व अधिकारी को ज्ञापन सौंपा. इस प्रतिनिधिमंडत का नेतृत्व प्रधान शेर सिंह कर रहे थे. उन्होंने कहा कि उनकी फसलें सूखे से पूरे तरीके से बर्बाद हो गई हैं.
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शेर सिंह ने बताया कि पीड़ित किसान आए दिन मुआवजे के लिए अधिकारियों से मिलते रहते है. लेकिन आज तक उनके यहां पर गिरदावरी नहीं हुई है. जिसको लेकर किसान दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं. उपायुक्त ने किसानों के प्रतिनिधियों को आश्वासन दिलाया. उपायुक्त ने कहा कि जल्द ही सूखे की गिरदावरी करवाकर किसनों को मुआवजा दिया जाएगा.
दरअसल सूखे के लिए किसानों को किसी प्रकार की कोई राहत की घोषणा सरकार ने नहीं की है. इससे किसानों में रोष है. सूखे के अतिरिक्त फसलों की सरकारी खरीद शुरु हो, आवारा पशुओं पर रोक लगे, नहरी पानी पूरा मिले, ट्यूबवैल पर 12 घंटे बिजली मिले, सरकारी घोषणा अनुसार प्रत्येक किसान को 12 हजार रुपए दिए जाएं. इसी तरह से अपनी अपनी मांगों को लेकर प्रदेश भर के किसानों मे रोष है. एक तरफ तो हमारे देश को कृषि प्रधान देश कहा जाता है. लेकिन आए दिन किसानों को किसी नी किसी मुसीबत का सामना करना पड़ता है और सरकार सिर्फ झूठे आश्वाशन देने में व्यस्त रहती है.