भिवानी: प्रदेश के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा है कि दीनबंधु सर छोटूराम के बाद अगर सही मायने में किसी ने किसानों की सुध ली है तो वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं जिन्होंने 2022 तक किसानों की आय दुगुनी करने का लक्ष्य रखा है. जेपी दलाल आज यहां लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह परिसर में आयोजित जनता दरबार में आए लोगों को संबोधित कर रहे थे. इससे पूर्व कृषि मंत्री ने किसानों के मसीहा दीनबंधु सर छोटूराम की 140वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धा-सुमन अर्पित किए और विश्राम गृह परिसर में पौधारोपण किया.
उपायुक्त जयवीर सिंह आर्य, एसडीएम जगदीशचंद्र, जिला शिक्षा अधिकारी अजीत सिंह श्योराण सहित विभिन्न विभागों के आला अधिकारी जनता दरबार में उपस्थित थे. कृषि मंत्री ने जनता दरबार में फरियाद लेकर आए दिव्यांगजनों, विधवा, आगजनी से प्रभावित परिवारों और अन्य जरूरतमंदों को अपने कोष से 4.60 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान की. दलाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनता दरबार में आई सभी शिकायतों और समस्याओं का एक सप्ताह के भीतर निराकरण किया जाए. पत्रकारों से बातचीत करते हुए कृषि मंत्री जेपी दलाल ने बताया कि लोकतंत्र में वास्तविक शक्ति जनता में निहित होती है और जनता मालिक होती है.
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल के नेतृत्व वाली प्रदेश सरकार सबका साथ सबका विकास की अवधारणा को मूर्त रूप देने में जुटी हुई है. आज के जनता दरबार में कुल 217 शिकायतें और समस्याएं आई हैं जिनके समधान के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं. कृषि मंत्री ने बताया कि अगले जनता दरबार में इस बात का विश्लेषण किया जाएगा कि कितनी समस्याओं का और किस गति से समाधान हुआ है. उन्होंने बताया कि लोहारू के चौ. बंसीलाल राजकीय महाविद्यालय में अंग्रेजी विषय की स्नातकोत्तर कक्षाओं को अनुमति प्राप्त हो चुकी है तथा महिला कालेज के भवन का निर्माण कार्य भी अति शीघ्र शुरू हो जाएगा.
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कृषि मंत्री ने बताया कि किसानों के मसीहा सर छोटूराम के पश्चात सही मायने में किसानों के उत्थान का बीड़ा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उठाया है और सन् 2022 तक किसानों की आय दुगुनी करने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने बताया कि इसी लक्ष्य के अनुरूप हरियाणा सरकार भी कृषि और किसानों के हित में दिन-रात काम कर रही है. दलाल ने बताया कि किसानों को साहुकारों के मोटे ब्याज से बचाना सरकार की पहली प्राथमिकता है. इसके लिए किसान क्रेडिट कार्ड, पशु क्रेडिट कार्ड आदि बनाए जा रहे हैं ताकि किसानों के पास नकदी की कमी ना हो.