भिवानी: हरियाणा के भिवानी में हिंदी दिवस (Hindi divas in Bhiwani) मनाया गया. इस अवसर पर हिंदी विषय के 21अध्यापकों को राष्ट्रभाषा ज्ञानदीप पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया. युवा जागृति एवं जन कल्याण मिशन ट्रस्ट ने इस कार्यक्रम का आयोजन करवाया. इसके साथ राष्ट्रभाषा हिंदी दिवस पखवाड़ा कार्यक्रम का भी शुभारंभ किया गया.
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उप जिला शिक्षा अधिकारी संतोष नागर (District elementary education officer Bhiwani) रहीं. उन्होंने इस अवसर पर कहा कि हिंदी भाषा को मान व सम्मान देना देश के प्रत्येक नागरिक का प्रथम दायित्व बनता है. इसलिये हमें राष्ट्रभाषा के सम्मान में हमेशा आगे आना चाहिए. उन्होंने बताया कि हर देश की भाषा उस देश को मजबूत करती है. हिन्दी ने हमें विश्व में एक नई पहचान दिलाई है. कार्यक्रम के अध्यक्ष बाल योगी महंत चरण दास महाराज ने कहा कि हिंदी हिंदुस्तान की शान है.
उन्होंने कहा कि हिंदी को बोलने में किसी को शर्म या हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिये. भले ही अलग राज्या की अपनी भाषा है लेकिन हिंदी एक सांझा भाषा है जो देश को जोड़ती है. हिन्दी दिवस भारत में हर वर्ष 14 सितंबर को मनाया जाता है. हिन्दी विश्व में सर्वाधिक बोली जाने वाली तीसरी प्रमुख भाषा (third most widely spoken language hindi) है. यह दुनियाभर में हमें सम्मान भी दिलाती है. यह भाषा हमारे सम्मान, स्वाभिमान और गर्व है.
उप जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि अब हमारी राष्ट्रभाषा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बहुत पसंद की जाती है. इसका एक कारण यह है कि हिंदी भाषा देश की संस्कृति और संस्कारों का प्रतिबिंब है. आज विश्व के कोने-कोने से विद्यार्थी हमारी भाषा और संस्कृति (indian culture and language) को जानने के लिए हमारे देश का रुख कर रहे हैं. उन्होंने कार्यकर्म में आये लोगों से अपील करते हुये कहा कि हिंदी को केवल हिंदी दिवस पर ही सम्मान न दें बल्कि हर दिन हिंदी में बात करें.
हिंदी दिवस पर डॉ. स्नेह कुमारी, सुमन शर्मा, कमला देवी, सुनैना, डॉ. सरोज, गीता रानी, सरिता शर्मा, आशा रानी, सुदेश कुमारी, उषा गर्ग, ईशा बासिया, अभिषेक कुमार, सतीश कुमार, डॉ. राजकुमार, ज्योति, संदीप जांगड़ा, सरिता अहलावत, धर्मचंद, चंदा देवी, राजबाला, पलक सहित 21 हिंदी के अध्यापकों को राष्ट्रभाषा ज्ञानदीप पुरस्कार से नवाजा गया.
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