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फिर बढ़े सब्जियों के दाम, अंबाला वासियों को प्याज ने रुलाया तो टमाटर ने रसोई में घोली खटास - अंबाला में प्याज की कीमत

प्याज-टमाटर सहित सब्जियों के रेट बढ़ने से अंबाला में आम नागरिक व गृहणियां परेशान हैं. एक से दो किलो प्याज खरीदने वाले लोग केवल आधा किलो से घर की रसोई चलानी पड़ रही है. वहीं सब्जी विक्रेताओं ने इसे अस्थाई बढ़ोतरी करार दिया है. उनका कहना है कि सब्जियों के रेट में कमी आने वाली है.

अंबाला वासियों को प्याज ने रुलाया तो टमाटर ने रसोई में घोली खटास
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Published : Nov 16, 2019, 4:45 PM IST

Updated : Nov 16, 2019, 5:14 PM IST

अंबालाः एक बार फिर से सब्जियों के बढ़ते दाम ने आम जन की जेब ढीली करने का काम शुरू कर दिया है. सब्जियों के दाम इतने बढ़ गए हैं कि आम आदमी को तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है. सब्जी के दामों में आग लगी हुई है. महंगाई की मार से सब्जी भी अछूती नहीं रही है. जो प्याज 30 से 40 रूपये किलो बिक रहा था आज उसी का दाम दोगूना हो गया है.

दो-तीन नहीं आधा किलो से चल रहा है काम- ग्राहक
बात चाहे हरी सब्जियों की हो या फिर सूखी सब्जियों की हो, सभी के दाम बढ़ने का असर जेब से लेकर रसोई तक देखने को मिल रहा है. प्याज 60 रुपये किलो मिल रहा है तो टमाटर 50 रूपये प्रतिकिलो के भाव से बेचा जा रहा है. आसमान छूते प्याज-टमाटर के दाम देख कर ग्राहक भी दो किलो की जगह आधा किलो से काम चला रहे हैं. वहीं सब्जियां भी ग्राहकों की जेब ढीली करने में कोई कसर नही छोड़ रही है. होलसेल सब्जी और परचून सब्जियों के दामों में 10 रुपये का फर्क देखने को मिल रहा है. वहीं प्याज-टमाटर के खुदरा रेट भी लोगों को प्रभावित कर रहे हैं.

अंबाला वासियों को प्याज ने रुलाया तो टमाटर ने रसोई में घोली खटास

क्या कहना है आमजन का
मंडी में प्याज और टमाटर खरीदने वाले ग्राहकों का कहना है कि प्याज के आसमान छूते दाम के कारण उन्होंने बिना प्याज सब्जियां बनाने का फैसला लिया है और टमाटर भी उनकी रसोई में बनने वाली भाजी में खटास घोल रहे हैं. ग्राहकों का कहना है पहले वो मंडी से दो से पांच किलो प्याज और टमाटर खरीद कर ले जाते थे लेकिन अब वो आधा किलो से काम चलाने पर मजबूर है. लोगों ने कहा कि सब्जियां भी सस्ती नहीं हैं. धनियां की गुच्छी 15 रुपये, मेथी गुच्छी 20 रुपये, मटर 50 रुपये, लहसुन 60 रुपये सहित अन्य सब्जियां भी महंगी बिक रही हैं. जिसका सीधा असर आमजन पर पड़ रहा है.

ambala vegetable market
प्याज ने रूलाया तो टमाटर ने घोली खटास

ये भी पढ़ेंः अतिक्रमण की आड़ में चल रहा है अवैध वसूली का खेल, प्रशासन को नहीं खबर

क्या कहना है सब्जी विक्रेताओं का
वहीं परचून सब्जी विक्रेता का कहना है कि सब्जी के दाम बहुत कम हैं. जिसमे धनियां 10 से 15 रुपये किलो, गोभी 5 रुपये किलो, मैथी 20 रुपये किलो बिक रही है. विक्रेताओं का कहना है कि केवल प्याज और टमाटर ही ऐसी सब्जी है जिनके दाम सीजनल थोड़ा ज्यादा हैं, लेकिन वो भी कुछ दिनों में कम होने की संभावना है. उनका कहना है कि सब्जियों के बढ़े दाम के पीछे का कारण महाराष्ट्र में हुई बारिश है.

ambala vegetable market
कीमतों के मामले में सब्जियों का सरताज बना प्याज

अजमेर के प्याज का इंतजार!
वहीं होलसेल प्याज और टमाटर आढ़तियों की माने तो यहां होलसेल में प्याज 40 रुपये, टमाटर 30 रुपये बिक रहा है. ये बड़ी मंडी नहीं है यहां रेहड़ी और छाबड़ी वाले 40 रुपये खरीद कर बाहर 10 से 20 रुपये ज्यादा भाव मे बेचते हैं. उनका कहा है कि वैसे भी महाराष्ट्र में बारिश की वजह से प्याज के दाम ज्यादा है. अब जब अजमेर का प्याज मंडी में आएगा तो दाम ने कमी होगी.

अंबालाः एक बार फिर से सब्जियों के बढ़ते दाम ने आम जन की जेब ढीली करने का काम शुरू कर दिया है. सब्जियों के दाम इतने बढ़ गए हैं कि आम आदमी को तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है. सब्जी के दामों में आग लगी हुई है. महंगाई की मार से सब्जी भी अछूती नहीं रही है. जो प्याज 30 से 40 रूपये किलो बिक रहा था आज उसी का दाम दोगूना हो गया है.

दो-तीन नहीं आधा किलो से चल रहा है काम- ग्राहक
बात चाहे हरी सब्जियों की हो या फिर सूखी सब्जियों की हो, सभी के दाम बढ़ने का असर जेब से लेकर रसोई तक देखने को मिल रहा है. प्याज 60 रुपये किलो मिल रहा है तो टमाटर 50 रूपये प्रतिकिलो के भाव से बेचा जा रहा है. आसमान छूते प्याज-टमाटर के दाम देख कर ग्राहक भी दो किलो की जगह आधा किलो से काम चला रहे हैं. वहीं सब्जियां भी ग्राहकों की जेब ढीली करने में कोई कसर नही छोड़ रही है. होलसेल सब्जी और परचून सब्जियों के दामों में 10 रुपये का फर्क देखने को मिल रहा है. वहीं प्याज-टमाटर के खुदरा रेट भी लोगों को प्रभावित कर रहे हैं.

अंबाला वासियों को प्याज ने रुलाया तो टमाटर ने रसोई में घोली खटास

क्या कहना है आमजन का
मंडी में प्याज और टमाटर खरीदने वाले ग्राहकों का कहना है कि प्याज के आसमान छूते दाम के कारण उन्होंने बिना प्याज सब्जियां बनाने का फैसला लिया है और टमाटर भी उनकी रसोई में बनने वाली भाजी में खटास घोल रहे हैं. ग्राहकों का कहना है पहले वो मंडी से दो से पांच किलो प्याज और टमाटर खरीद कर ले जाते थे लेकिन अब वो आधा किलो से काम चलाने पर मजबूर है. लोगों ने कहा कि सब्जियां भी सस्ती नहीं हैं. धनियां की गुच्छी 15 रुपये, मेथी गुच्छी 20 रुपये, मटर 50 रुपये, लहसुन 60 रुपये सहित अन्य सब्जियां भी महंगी बिक रही हैं. जिसका सीधा असर आमजन पर पड़ रहा है.

ambala vegetable market
प्याज ने रूलाया तो टमाटर ने घोली खटास

ये भी पढ़ेंः अतिक्रमण की आड़ में चल रहा है अवैध वसूली का खेल, प्रशासन को नहीं खबर

क्या कहना है सब्जी विक्रेताओं का
वहीं परचून सब्जी विक्रेता का कहना है कि सब्जी के दाम बहुत कम हैं. जिसमे धनियां 10 से 15 रुपये किलो, गोभी 5 रुपये किलो, मैथी 20 रुपये किलो बिक रही है. विक्रेताओं का कहना है कि केवल प्याज और टमाटर ही ऐसी सब्जी है जिनके दाम सीजनल थोड़ा ज्यादा हैं, लेकिन वो भी कुछ दिनों में कम होने की संभावना है. उनका कहना है कि सब्जियों के बढ़े दाम के पीछे का कारण महाराष्ट्र में हुई बारिश है.

ambala vegetable market
कीमतों के मामले में सब्जियों का सरताज बना प्याज

अजमेर के प्याज का इंतजार!
वहीं होलसेल प्याज और टमाटर आढ़तियों की माने तो यहां होलसेल में प्याज 40 रुपये, टमाटर 30 रुपये बिक रहा है. ये बड़ी मंडी नहीं है यहां रेहड़ी और छाबड़ी वाले 40 रुपये खरीद कर बाहर 10 से 20 रुपये ज्यादा भाव मे बेचते हैं. उनका कहा है कि वैसे भी महाराष्ट्र में बारिश की वजह से प्याज के दाम ज्यादा है. अब जब अजमेर का प्याज मंडी में आएगा तो दाम ने कमी होगी.

Intro: प्याज-टमाटर सहित सब्जियों के रेट बढ़ने से आम नागरिक व गृहणियां परेशान हैं। एक से दो किलो प्याज खरीदने वाले केवल आधा किलो से चला रहे घर की रसोई। सब्जी विक्रेताओं ने महाराष्ट्र में बारिश के कारण बताया रेट में अस्थाई बढ़ोतरी ओर सब्जियों के रेट में भारी कमी, लेकिन ग्राहकों ने सब्जी विक्रेताओं की बात को झूठा करार दिया। जबकि होल सेल प्याज व टमाटर विक्रेताओं ओर परचून विक्रेताओं की कीमतों में फर्क देखने को मिल रहा है।Body:जहां प्याज के रेट ग्राहकों के आंसू रुला रहा है वहीं टमाटर के रेट रसोई में खटास बिखेर रहे हैं। आसमान छूते प्याज-टमाटर के दाम देख कर ग्राहक भी दो किलो की जगह आधा किलो से काम चला रहे हैं वहीं सब्जियां भी ग्राहकों की जेब ढीली करने में कोई कसर नही छोड़ रही है। होलसेल सब्जी और परचून सब्जियों के दामों में 10 रुपये का फर्क देखने को मिल रहा है वहीं प्याज-टमाटर के खुदरा रेट भी लोगों को प्रभावित कर रहे हैं। मंडी में प्याज और टमाटर खरीदने वाले ग्राहकों का कहना है कि प्याज के आसमान छूते दाम के कारण उन्होंने बिना प्याज सब्जियां बनाने का फैसला लिया है और टमाटर भी उनकी रसोई में बनने वाली भाजी में खटास घोल रहे हैं। ग्राहकों का कहना है पहले वो मंडी से दो से पांच किलो प्याज व टमाटर खरीद कर ले जाते थे मगर अब वो आधा किलो से काम चलाने पर मजबूर है। सब्जियां भी सस्ती नही हैं । धनियां की गुच्छी 15 रुपये, मेथी गुच्छी 20 रुपये, मटर 50 रुपये, लहसुन 60 रुपये सहित अन्य सब्जियां भी महंगी बिक रही हैं। जिसका सीधा असर रसोई सहित ग्राहक की जेब पर पड़ा है।

बाईट :-- नैब सिंह - ग्राहक ।
बाईट :-- पंकज - ग्राहक ।
बाईट :-- सावित्री - महिला ग्राहक ।
बाईट :-- सुमन - महिला ग्राहक ।

वीओ :-- वहीं परचून सब्जी विक्रेता का कहना था ग्राहक निहायत झूठ बोल रहा है सब्जी के दाम बहुत कम हैं जिसमे धनियां 10 से 15 रुपये किलो, गोभी 5 रुपये किलो, मैथी 20 रुपये किलो बिक रही है, हां केवल प्याज व टमाटर के दाम सीजनल थोड़ा ज्यादा हैं वो भी कुछ दिनों में कम होने की संभावना है। वहीं मंडी में सब्जी लेने आये ग्राहकों ने परचून सब्जी विक्रेता के बताए दामो को कोरा झूठ करार देते कहा कि धनिया गुच्छी 15 रुपये, गोभी 20 रुपये, मैथी की एक गुच्छी 20 रुपये, मटर 40 से 50 रुपये किलो बिक रहा है। कुछ सब्जी विक्रेता झूठ बोल रहे हैं। अब ग्राहक किसकी माने?

बाईट :-- इमरान - सब्जी विक्रेता।
बाईट :-- मनोज - सब्ज़ी विक्रेता ।
बाईट :-- सतबीर सिंह - ग्राहक।
बाईट :-- परमजीत सिंह शर्मा - ग्राहक ।

वीओ :-- वहीं होलसेल प्याज व टमाटर आढ़तियों की माने तो यहां होलसेल में प्याज 40 रुपये, टमाटर 30 रुपये बिक रहा है। यह बड़ी मंडी नही है यहां रेहड़ी व छाबड़ी वाले 40 रुपये खरीद कर बाहर 10 से 20 रुपये ज्यादा भाव मे बेचते हैं। वैसे भी महाराष्ट्र में बारिश की वजह से प्याज के दाम ज्यादा है अजमेर का प्याज आने से दाम ने कमी होगी।

बाईट :-- पंकज बिंद्रा - होलसेल प्याज आढ़ती।
बाईट :-- विकास - टमाटर होलसेलर आढ़ती ।
Conclusion:
Last Updated : Nov 16, 2019, 5:14 PM IST
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