अंबालाः उत्तर प्रदेश के शामली से अंबाला छावनी तक बनने वाले एक्सप्रेस वे (Shamli Ambala Expressway) के लिए जमीन अधिग्रहण का काम शुरु हो गया है लेकिन किसान अभी तक दुविधा में हैं. जिन किसानों की जमीन का अधिग्रहण हो रहा है उन्हें अभी तक ये नहीं पता कि मुआवजा राशि किस हिसाब से मिलेगी. किसानों ने मुआवजे को लेकर अंबाला उपायुक्त विक्रम सिंह से मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा.
किसानों का कहना है कि उन्हें अभी तक ये नहीं पता कि सरकार उन्हें किस तरीके से जमीन का मुआवजा देगी. किसान प्रीतम सिंह राणा ने बताया कि जमीन अधिग्रहण में किसानों के मकान व ट्यूबवेल भी आ रहे हैं, इसके नुकसान की भरपाई कैसे होगी. इसके अलावा जमीन के अधिग्रहण के बाद जो जमीन बचेगी उसका उन्हें मुआवजा मिलेगा (farmers compensation demand in ambala) या नही ये भी साफ नही है. किसानों का मांग है कि जमीन अधिग्रहण में आए मकान व ट्यूबवेल का अलग से मुआवजा दिया जाये.
किसानों का कहना है कि अधिग्रहण के बाद जो थोड़ी बहुत जमीन बचेगी वो उनके किसी काम की नहीं रहेगी. इसलिए उस जमीन की भी भरपाई की जाए. किसानों ने अंबाला उपायुक्त से मिलकर अपना मांग पत्र सौंपा. उपायुक्त ने किसानों की समस्याओं को सुनकर उन्हें हल करने का आश्वाशन दिया है. शामली से अंबाला छावनी तक बनने वाले 40 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस वे (Shamli Ambala Cantonment Expressway) के लिए 30 गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है. इस एक्सप्रेस वे के निर्माण से अंबाला व उत्तर प्रदेश के बीच की दूरी कम हो जाएगी और व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा. इसके अलावा यात्रियों का भी सफर भी आसान होगा.