अंबाला: देशभर में बीजेपी नेताओं को किसानों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन हरियाणा के अंबाला से सांसद एंव केंद्रीय राज्यमंत्री रतनलाल कटारिया इन दिनों कुछ ज्यादा ही किसानों के निशाने पर हैं. अक्सर अंबाला में विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए पहुंचने वाले कटारिया को हर बार किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा है.
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इसी को लेकर रतनलाल कटारिया ने आज खुलकर मीडिया से बात की. कटारिया ने बताया कि अंबाला किसानों के आंदोलन का मुख्य केंद्र रहा है, क्योंकि यहां से पंजाब कुछ ही दूरी पर है. ऐसे में किसानों का सबसे बड़ा शिकार वो हो रहे हैं. कटारिया ने कहा कि ये कहीं कृषि कानूनों की कमी नहीं बता पाए हैं और इनका काम थूक कर भागने वाला है.
'किसान आंदोलन बिना सिर पैर की लड़ाई है'
किसान नेता राकेश टिकैत अब लाखों ट्रैक्टरों के साथ दिल्ली के अंदर कूच करने की बात कह रहे हैं. इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कटारिया ने टिकैत को पीएम मोदी के साथ बैठकर बात करने की नसीहत दी. कटारिया ने कहा कि पूरे देश में 43 लाख ट्रैक्टर हैं और टिकैत 40 लाख लेकर दिल्ली जाने की बात करते हैं. कटारिया यहीं नहीं रुके और उन्होंने किसानों के आंदोलन को बिना सिर पैर की लड़ाई बता दिया.
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बंगाल में चुनावों को लेकर भी कटारिया ने भाजपा की जीत का दावा किया और कहा कि बंगाल से ममता जा रही हैं और बीजेपी आ रही है. वहीं कटारिया से जब बढ़ती महंगाई को लेकर सवाल किया गया तो कटारिया अजीबोगरीब तर्क देते भी नजर आए. उन्होंने कहा कि अब जैसे-जैसे गर्मी आएगी वैसे-वैसे महंगाई कम कर दी जाएगी.