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लॉक डाउन के चलते आर्थिक तंगी से जूझ रहे घरेलू उपकरण विक्रेता, सरकार से मदद की मांग

कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते घरेलू उपकरण विक्रताओं और निर्माताओं पर खासा असर पड़ा है. उन्होंने कहा कि सरकार ने 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का ऐलान जरूर कर दिया, लेकिन उसका उन्हें कोई फायदा नहीं मिला.

lockdown impact on domestic gadgets
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Published : Jun 8, 2020, 9:58 AM IST

अंबाला: कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते घरेलू उपकरण विक्रेताओं और निर्माताओं पर खासा असर पड़ा है. मोबाइल फोन सेवा केंद्र भी इससे प्रभावित हुए हैं. लॉकडाउन की घोषणा के बाद सभी सेवा केंद्रों को बंद कर दिया गया, जिससे लोगों को काफी परेशानियां हुई.

ऐसे में ईटीवी भारत हरियाणा ने अम्बाला जिले में स्तिथ मोबाइल, एसी, कूलर, गैस स्टोव चूल्हे और कूलर विक्रताओं से जाना कि लॉकडाउन से उनके व्यापार पर कितना असर पड़ा. स्थानीय लोगों ने भी रोजमर्रा की परेशानियों के बारे में बताया.

लॉक डाउन के चलते आर्थिक तंगी से जूझ रहे घरेलू उपकरण विक्रेता

ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान मोबाइल विक्रेताओं ने बताया कि लॉक डाउन से पहले उनका व्यापार अच्छा खासा चल रहा था. अब लॉकडाउन के खुलने के बाद भी ग्राहक उनकी दुकानों पर नहीं आ रहे. एक या दो ग्राहक आ भी जाए तो वो मोबाइल को रिपेयर या इसकी एसेसरी लेने ही आता है. मोबाइल विक्रेताओं ने कहा कि लॉकडाउन के बाद मोबाइल के दाम भी बढ़े हैं. एक ये भी वजह है कि लोग मोबाइल को नहीं खरीद रहे.

'फ्लो बढ़ा, लेकिन राहत नहीं'

वहीं ऐसी विक्रेताओ का कहना है कि लॉक डाउन के खुलने से थोड़ा सा ग्राहकों का फ्लो जरूर बड़ा है लेकिन इतना नही की हम अपना और अपने कर्मचारियों का खर्च उठा सके. उन्होंने बताया कि सरकार भले ही 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की बात करती हो, लेकिन अभी तक बैंकों के पास भी इसकी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है. ये सब हवा हवाई बातें है.

गैस स्टोव चूल्हा विक्रेताओं ने बताया कि ज्यादातर लोग अब गैस चूल्हे को रिपेयर करवा रहे हैं नए उपकरण कोई नहीं खरीद रहा. एसी विक्रेताओं ने कहा कि सरकार ने भले ही 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की हो. लेकिन अभी तक बैंकों के पास भी इसकी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है.

ये भी पढ़ें- हरियाणा और पाकिस्तान से जुड़ा है एटलस साइकिल का इतिहास, 1951 में ऐसे हुई थी शुरूआत

ऐसा ही हाल कूलर निर्माताओं का रहा. उन्होंने बताया कि जब हमारा पीक समय था उस समय लॉकडाउन लागू हो गया और अब जब लॉकडाउन खुला है तो बरसात का मौसम आ गया. जिससे उनकी कूलर इंडस्ट्री बहुत बुरी तरह प्रभावित हुई है. अब अनलॉक वन में छूट मिलने के बाद ज्यादातर दुकानें और इडस्ट्रियां खुल गई है. अभी कम ही सही लेकिन धीरे धीरे दुकान संचालकों को आमदनी शुरू हो गई है. उम्मीद है जल्द ही लोग इस आर्थिक संकट से निजात पाएंगे.

अंबाला: कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते घरेलू उपकरण विक्रेताओं और निर्माताओं पर खासा असर पड़ा है. मोबाइल फोन सेवा केंद्र भी इससे प्रभावित हुए हैं. लॉकडाउन की घोषणा के बाद सभी सेवा केंद्रों को बंद कर दिया गया, जिससे लोगों को काफी परेशानियां हुई.

ऐसे में ईटीवी भारत हरियाणा ने अम्बाला जिले में स्तिथ मोबाइल, एसी, कूलर, गैस स्टोव चूल्हे और कूलर विक्रताओं से जाना कि लॉकडाउन से उनके व्यापार पर कितना असर पड़ा. स्थानीय लोगों ने भी रोजमर्रा की परेशानियों के बारे में बताया.

लॉक डाउन के चलते आर्थिक तंगी से जूझ रहे घरेलू उपकरण विक्रेता

ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान मोबाइल विक्रेताओं ने बताया कि लॉक डाउन से पहले उनका व्यापार अच्छा खासा चल रहा था. अब लॉकडाउन के खुलने के बाद भी ग्राहक उनकी दुकानों पर नहीं आ रहे. एक या दो ग्राहक आ भी जाए तो वो मोबाइल को रिपेयर या इसकी एसेसरी लेने ही आता है. मोबाइल विक्रेताओं ने कहा कि लॉकडाउन के बाद मोबाइल के दाम भी बढ़े हैं. एक ये भी वजह है कि लोग मोबाइल को नहीं खरीद रहे.

'फ्लो बढ़ा, लेकिन राहत नहीं'

वहीं ऐसी विक्रेताओ का कहना है कि लॉक डाउन के खुलने से थोड़ा सा ग्राहकों का फ्लो जरूर बड़ा है लेकिन इतना नही की हम अपना और अपने कर्मचारियों का खर्च उठा सके. उन्होंने बताया कि सरकार भले ही 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की बात करती हो, लेकिन अभी तक बैंकों के पास भी इसकी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है. ये सब हवा हवाई बातें है.

गैस स्टोव चूल्हा विक्रेताओं ने बताया कि ज्यादातर लोग अब गैस चूल्हे को रिपेयर करवा रहे हैं नए उपकरण कोई नहीं खरीद रहा. एसी विक्रेताओं ने कहा कि सरकार ने भले ही 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की हो. लेकिन अभी तक बैंकों के पास भी इसकी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है.

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ऐसा ही हाल कूलर निर्माताओं का रहा. उन्होंने बताया कि जब हमारा पीक समय था उस समय लॉकडाउन लागू हो गया और अब जब लॉकडाउन खुला है तो बरसात का मौसम आ गया. जिससे उनकी कूलर इंडस्ट्री बहुत बुरी तरह प्रभावित हुई है. अब अनलॉक वन में छूट मिलने के बाद ज्यादातर दुकानें और इडस्ट्रियां खुल गई है. अभी कम ही सही लेकिन धीरे धीरे दुकान संचालकों को आमदनी शुरू हो गई है. उम्मीद है जल्द ही लोग इस आर्थिक संकट से निजात पाएंगे.

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