अंबाला: कोरोना काल के दौरान स्वास्थ्य विभाग में अलग-अलग पदों पर अपनी सेवाएं दे रहे कर्मचारियों को हरियाणा सरकार ने पिछले महीने पद मुक्त कर दिया था. जिसके बाद से लगातार कर्मचारी धरने पर हैं और वापस नौकरी बहाली की मांग कर रहे हैं. शनिवार को अंबाला छावनी बस स्टैंड पर कर्मचारियों के धरने पर गृहमंत्री अनिल विज (anil vij) खुद उनसे मिलने पहुंचे और कर्मचारियों के साथ बैठकर उनकी समस्याएं सुनकर मांग पत्र लिया.
कोरोना काल के दौरान हरियाणा सरकार ने स्वास्थ्य विभाग में कच्चे कर्मचारियों की इमरजेंसी भर्तियां की थी. जिनको हाल में ही हरियाणा सरकार ने पदमुक्त कर दिया जिसको लेकर कर्मचारियों में खासा रोष देखने को मिल रहा है. लगभग पिछले 22 दिनों से सभी निकाले गए कर्मचारी अपनी नौकरी की बहाली को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी बीच आज नौकरी से निकाले गए कर्मचारी गृह मंत्री अनिल विज के पास अपनी फरियाद लेकर पहुंचे, लेकिन पुलिस ने कर्मचारियों की संख्या ज्यादा देखते हुए उन्हें अंदर नहीं जाने दिया.
इसके बाद कर्मचारी अंबाला छावनी बस स्टैंड पर ही धरना प्रदर्शन करने लग गए. इसी बीच हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज प्रदर्शनकारी कर्मचारियों से मिलने धरना स्थल पर पहुंच गए और कर्मचारियों के साथ नीचे बैठ उनकी मांगों और समस्याओं को सुन मांगपत्र पर गौर करने का आश्वासन दिया. कर्मचारी यूनियन के नेताओं ने बताया कि कोरोना काल में टेस्टिंग लैब, डॉक्टर, स्टाफ नर्स व अन्य सहायक पदों पर अपनी जान जोखिम में डालकर जनता की सेवा की थी. पिछले महीने सरकार ने बिना किसी नोटिस के सभी कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया. कर्मचारियों ने गृहमंत्री अनिल विज से उनकी नौकरी बहाल करने की मांग की.