अंबाला: हरियाणा-पंजाब बॉर्डर पर पिछले 40 दिनों से चल रहे किसान आंदोलन को बल देने के लिए बुधवार को भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी शंभू बॉर्डर पहुंचे. यहां चढूनी ने मंच से सरकार पर हमला बोलते हुए किसानों में जोश भरने का काम किया.
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वहीं चढूनी ने कहा कि अगर देश को आंदोलन जीवियों ने आजाद ना करवाया होता तो देश आजाद ना होता. उन्होंने कहा कि देश को आजादी दिलाने में आरएसएस या बीजेपी का कोई हाथ नहीं है. उन्होंने कहा कि आज ये आंदोलन भी किसानों को इन काले कानूनों से आजादी दिलाने के लिए किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आज देश की और रोटी बचाने की लड़ाई को अगर पीएम परजीवियों की लड़ाई कहते हैं तो उन्हें परजीवी होने पर गर्व है.
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वहीं एक बार फिर गुरनाम चढूनी और राकेश टिकैत के बीच मतभेद देखने को मिले. किसान नेता राकेश टिकैत ने आंदोलन के अक्टूबर तक चलने का ऐलान किया है लेकिन गुरनाम चढूनी ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा का ऐसा कोई ऐलान नहीं है और ये आंदोलन संयुक्त किसान मोर्चा का है तो इसको लेकर टिकैत का अपना बयान हो सकता है.
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अंबाला पहुंचे गुरनाम सिंह चढूनी यहीं नहीं रुके, चढूनी ने पीएम मोदी के एमएसपी है, एमएसपी था और एमएसपी रहेगा के बयान पर भी तंज कसा और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झूठा था, झूठा है और झूठा ही रहेगा.