अंबाला: केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों की वापसी सहित कई मांगों को लेकर किसान दिल्ली बॉर्डर पर लगातार आंदोलन कर रहे हैं. आज किसानों से दोपहर 12 से 3 बजे तक देशभर में चक्का जाम का ऐलान किया है. चक्का जाम के लिए हरियाणा और पंजाब के किसान शंभू बॉर्डर पर जुटना शुरू हो गए हैं.
वहीं दूसरी तरफ चक्का जाम को देखते हुए अंबाला में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है, ताकि इस दौरान किसी भी अप्रिय घटना को होने से रोका जा सके.
गौरतलब है कि तीन कृषि कानून के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन का आज 73वां दिन हैं. आंदोलनरत किसान और सरकार में सहमति नहीं बन पा रही है. इस सिलसिले में आज देशव्यापी चक्का जाम किया जा रहा है. जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली-एनसीआर में चक्काजाम नहीं किया जाएगा.
यहां नहीं दिखेगा चक्का जाम का असर
वहीं इस चक्का जाम पर राकेश टिकैत ने कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के किसान शनिवार को सड़क पर जाम नहीं लगाएंगे, बल्कि शांतिपूर्वक जिला मुख्यालय और तहसील मुख्यालय पर ज्ञापन देंगे. इन दोनों राज्यों में जाम की कॉल वापस लेने पर एक सवाल के जबाब में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि यूपी और उत्तराखंड के किसानों को स्टैंड बाई में रखने का फैसला लिया गया है. हालांकि राकेश टिकैत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आंदोलन को बैकअप देने के लिए यूपी और उत्तराखंड के एक लाख किसानों को बैकअप में रखा गया. वो अभी आराम करें और खेती बाड़ी करें.
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कई पार्टियों का मिल सकता है समर्थन
इसके साथ ही ऐसी उम्मीद की जा रही है कि किसान मोर्चा द्वारा चक्का जाम के आवाह्न को शनिवार को भारी समर्थन मिल सकता है, क्योंकि अब विपक्षी पार्टियां भी खुलकर इनके समर्थन में आ चुकी हैं. ऐसे में देश के सभी राज्यों में किसानों के चक्का जाम को विपक्षी पार्टियों का भी समर्थन होगा, जिसके बाद उनके कार्यकर्ता भी चक्का जाम में शामिल होंगे.