अंबालाः शहर में डेयरी शिफ्टिंग के नगर परिषद के तमाम दावे फेल होते नजर आ रहे हैं. अंबाला शहर में आज भी डेयरियां बिना किसी रोक टोक के चल रही हैं. ये डेयरियां शहर के लिए गंदगी और बीमारियों की वजह भी बन रही हैं. हालात ये हैं कि डेयरियों से निकलने वाली गंदगी के कारण शहर के मुख्य नाले ब्लॉक होने लगे हैं. आलम ये है कि स्थानीय लोगों को इस गंदगी के बीच रहना पड़ता है और इसके कारण वो कई तरह की बीमारियों के शिकार भी होते हैं.
सीवरेज जाम के लिए बड़ा कारण
सिटी में चल रही डेयरियों के कारण सीवरेज जाम की सबसे बड़ी समस्या बन रही है. इसके अलावा कॉलोनी में पशुओं का गोबर एकत्रित होने से स्वच्छता भी नहीं बढ़ पा रही है. मच्छर-मक्खियों की भरमार से लोग परेशान हैं. पशुओं के मलमूत्र और डेयरियों की गंदगी सड़कों पर फैली रहती है. इसलिए लंबे समय से शहरवासी इन डेयरियों को शहर से बाहर शिफ्ट करने की मांग उठाते रहे हैं.
स्थानीय लोग परेशान
स्थानीय लोगों का कहना है कि सीवरेज जाम से ओवरफ्लो होता है और गंदगी सड़कों पर आ जाती है. ऐसे में फिर पब्लिक हेल्थ को ब्लॉकेज खोलनी पड़ती है. कई बार ब्लॉकेज खुलती तक नहीं और बारिश के दिनों में तो शहर का बुरा हाल हो जाता है. लोगों ने बताया कि अगर डेयरी शिफ्टिंग का ये प्रोजेक्ट सिरे चढ़ जाता तो सीवरेज ब्लॉक और सफाई को लेकर चल रही समस्या समाप्त हो जाती.
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ये थी योजना
अंबाला कैंट और सिटी की डेयरियों को बाहर शिफ्ट करने की योजना बनाई गई थी. लेकिन बावजूद इसके ये डेयरियां रिहायशी इलाकों से बाहर नहीं जा पाई हैं. डेयरी संचालकों की मानें, तो जहां पर जगह दी जा रही है, वहां सुविधाएं नहीं हैं, जिसके कारण वहां जाना मुश्किल है. दूसरी ओर प्रशासन का दावा है कि सुविधाएं दी गई हैं. नगर परिषद अधिकारी फूल कुमार का कहना है कि जल्द ही शहरवासियों को इस समस्या से निजात मिल जाएगी.
डेयरियों के कारण फैल रही गंदगी
अंबाला कैंट में रामबाग रोड, बीसी बाजार, ओवरब्रिज के सामने ग्वाल मंडी हैं. स्थिति यह है कि इनके आसपास रिहायशी इलाका है, जहां पर गंदगी की भरमार है. गोबर के कारण नालियां जाम हैं, जबकि बदबू के कारण बुरा हाल है. डेयरी संचालकों की मानें, तो योजना तो बनाई गई है, लेकिन जाएं कहां. यदि सुविधाएं आदि मिलें, तो ही बाहर जाने का फायदा है.