अंबाला: भूतपूर्व सैनिक वेलफेयर कमेटी ने अंबाला में सभा का आयोजन किया. इस दौरान कमेटी ने कहा कि सरकार जल्दी समान 'वन रैंक वन पेंशन' लागू करे. साथ कमेटी का कहना है कि सरकार द्वारा रैंक वन पेंशन कमेटी बनाई गई है वो गलत है.
महासचिव सार्जेंट खुशवीर सिंह दत्त ने सरकार कोश्यारी कमेटी को सरासर गलत बताया है. साथ ही सरकार पर आरोप लगाया है कि इस कमेटी में हर साल सैनिक की पेंशन समान होनी थी जो नहीं हो रही है. सरकार गुमराह कर रही है. सरकार असली ओआरओपी लगा कर हमारे साथ न्याय करे.
2015 में सरकार ने 'वन रैंक, वन पेंशन' योजना की घोषणा की, जिसके तहत अलग-अलग समय पर समान अवधि का कार्यकाल पूरा करके सेवानिवृत्त हुए एक ही रैंक के फौजियों को समान पेंशन देने की बात कही गई थी.
भूतपूर्व सैनिक वेलफेयर कमेटी ने सरकार पर आरोप लागाया कि जो सैनिक किसी कारण से दिव्यांग हो जाते हैं. इनमें से कुछ को बीच में ही निकाल दिया जाता है, वहीं कुछ सैनिक पूरी सेवा देकर आते हैं. सरकार ने जो पूरी सेवा देकर आते हैं. उनकी पेंशन पर सरकार ने टैक्स में छूट नहीं की है. दिव्यांग सैनिकों के साथ सरकार ऐसा न करे. उन सैनिकों की दवा पर खर्च होता है सरकार ऐसा न करे.