ETV Bharat / state

अंबाला में न ट्रैफिक सिग्नल काम करते हैं और न ही सीसीटीवी, एक साल में 245 लोगों की गई जान

अंबाला शहर की ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से खस्ताहाल है. यहां ना तो ट्रैफिक सिग्नल काम करते हैं और ना ही सीसीटीवी. एक साल में करीब 245 लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवा चुके हैं.

decaying traffic system of Ambala district
decaying traffic system of Ambala district
author img

By

Published : Jan 25, 2020, 11:43 AM IST

अंबाला: चंडीगढ़ के पास बसे अंबाला शहर में ट्रैफिक राम भरोसे है. यहां ना तो ट्रैफिक सिग्नल काम करते हैं और ना ही सीसीटीवी कैमरे. वहीं साल भर में हादसों से हुई मौतों का आंकड़ा भी चौंका देने वाला है. इसके बावजूद जिले के प्रशासनिक अधिकारियों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है.

अंबाला शहर में हादसे

आपको बता दें कि अंबाला जिले के अंदर बीते वर्ष 2019 से लेकर अब तक कुल 245 लोगों की सड़क दुर्घटनाओं में मौत हो चुकी है तो वहीं 323 लोग सड़क दुर्घटनाओं में घायल हुए हैं. इस हैरान कर देने वाले आंकड़े के बावजूद न तो प्रशासनिक अधिकारियों ने और ना ही राजनीतिज्ञों ने इस ओर कोई ध्यान देना लाजमी समझा.

अंबाला में न ट्रैफिक सिग्नल काम करते हैं और न ही सीसीटीवी, एक साल में 245 लोग गंवा चुके हैं जान

सीसीटीवी कैमरे और ट्रैफिक लाइट

पूरे अंबाला जिले में कुल 9 ट्रैफिक लाइट लगी हैं, जिनमें से सिर्फ तीन ही वर्किंग कंडीशन में हैं. वहीं सीसीटीवी कैमरों पर नजर डाले तों पूरे जिले में 58 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं जिनमें से मात्र 9 ही काम कर रहे हैं. बाकी सब बंद हैं.

पब्लिक सुरक्षा पर ध्यान दे प्रशासन

बिगड़ती ट्रैफिक व्यवस्था और हादसों से परेशान अंबाला की जनता का कहना है कि इस और अधिकारियों को ध्यान देना चाहिए क्योंकि ट्रैफिक सिग्नल और सीसीटीवी पुलिस और पब्लिक दोनों के लिए मदद करने वाले हैं. प्रशासन को इन पर काम करने की खासा जरूरत है.

ये भी पढे़ं:- यहीं था छठी शताब्दी के राजा सरस का साम्राज्य! आज थेहड़ों के रूप में होती है मलबे की पहचान

हरियाणा की राजनीति में गब्बर नाम से मशहूर गृह मंत्री अनिल विज के शहर का ये हाल है तो पूरे प्रदेश के बारे में क्या ही कहें? अब देखना होगा कि अंबालावासियों को इस खस्ताहाल ट्रैफिक व्यवस्था से कब तक निजात मिल पाती है. या फिर सुरक्षा के कसीदे पढ़ने वाली सरकार यूं ही प्रशासन की लापरवाहियों को नजरअंदाज करती रहेगी.

अंबाला: चंडीगढ़ के पास बसे अंबाला शहर में ट्रैफिक राम भरोसे है. यहां ना तो ट्रैफिक सिग्नल काम करते हैं और ना ही सीसीटीवी कैमरे. वहीं साल भर में हादसों से हुई मौतों का आंकड़ा भी चौंका देने वाला है. इसके बावजूद जिले के प्रशासनिक अधिकारियों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है.

अंबाला शहर में हादसे

आपको बता दें कि अंबाला जिले के अंदर बीते वर्ष 2019 से लेकर अब तक कुल 245 लोगों की सड़क दुर्घटनाओं में मौत हो चुकी है तो वहीं 323 लोग सड़क दुर्घटनाओं में घायल हुए हैं. इस हैरान कर देने वाले आंकड़े के बावजूद न तो प्रशासनिक अधिकारियों ने और ना ही राजनीतिज्ञों ने इस ओर कोई ध्यान देना लाजमी समझा.

अंबाला में न ट्रैफिक सिग्नल काम करते हैं और न ही सीसीटीवी, एक साल में 245 लोग गंवा चुके हैं जान

सीसीटीवी कैमरे और ट्रैफिक लाइट

पूरे अंबाला जिले में कुल 9 ट्रैफिक लाइट लगी हैं, जिनमें से सिर्फ तीन ही वर्किंग कंडीशन में हैं. वहीं सीसीटीवी कैमरों पर नजर डाले तों पूरे जिले में 58 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं जिनमें से मात्र 9 ही काम कर रहे हैं. बाकी सब बंद हैं.

पब्लिक सुरक्षा पर ध्यान दे प्रशासन

बिगड़ती ट्रैफिक व्यवस्था और हादसों से परेशान अंबाला की जनता का कहना है कि इस और अधिकारियों को ध्यान देना चाहिए क्योंकि ट्रैफिक सिग्नल और सीसीटीवी पुलिस और पब्लिक दोनों के लिए मदद करने वाले हैं. प्रशासन को इन पर काम करने की खासा जरूरत है.

ये भी पढे़ं:- यहीं था छठी शताब्दी के राजा सरस का साम्राज्य! आज थेहड़ों के रूप में होती है मलबे की पहचान

हरियाणा की राजनीति में गब्बर नाम से मशहूर गृह मंत्री अनिल विज के शहर का ये हाल है तो पूरे प्रदेश के बारे में क्या ही कहें? अब देखना होगा कि अंबालावासियों को इस खस्ताहाल ट्रैफिक व्यवस्था से कब तक निजात मिल पाती है. या फिर सुरक्षा के कसीदे पढ़ने वाली सरकार यूं ही प्रशासन की लापरवाहियों को नजरअंदाज करती रहेगी.

Intro:चंडीगढ़ के नजदीक बसे अंबाला शहर में ट्रैफिक राम भरोसे है। यहां ना तो ट्रैफिक सिग्नल काम करते हैं और ना ही सीसीटीवी। वही साल भर में हादसों से हुई मौतों का आंकड़ा भी चौंका देने वाला है बीते साल में कुल 245 लोगों की सड़क दुर्घटना में मौत हो चुकी है तो वहीं 323 लोग सड़क दुर्घटनाओं में घायल हुए।


Body:अंबाला जिले में आए दिन निरंतर बढ़ती जा रही ट्रैफिक की खस्ताहाल व्यवस्था किसी से छिपी नहीं है। लेकिन अव्यवस्थित ट्रैफिक की वजह से बीते वर्ष हुई मौतों का आंकड़ा चौका देने वाला है। हैरानी इस बात की है कि इसके बावजूद जिले के प्रशासनिक अधिकारियों का इस ओर कोई ध्यान नहीं । आपको बता दें कि अंबाला जिले के अंदर बीते वर्ष 2019 से लेकर अब तक कुल 245 लोगों की सड़क दुर्घटनाओं में मौत हो चुकी है तो वहीं 323 लोग सड़क दुर्घटनाओं में घायल हुए हैं। इस हैरान कर देने वाले आंकड़े के बावजूद न तो प्रशासनिक अधिकारियों ने और ना ही राजनीतिज्ञों ने इस ओर कोई ध्यान देना लाजमी समझा।

बाइट मुनीश सहगल डीएसपी ट्रैफिक

इस मामले की पड़ताल करते हुए हमारे सामने जो तथ्य सामने आए वह भी हैरान कर देने वाले हैं। आपको बता दें कि अंबाला जिले के अंदर कुल 9 ट्रैफिक लाइट लगाई गई हैं जिनमें से सिर्फ तीन ही चलती है । तो वहीं दूसरी ओर ना सिर्फ ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए बल्कि अक्सर अपराधों के मामले में भी अहम भूमिका निभाने वाले सीसीटीवी कैमरों की भी अत्याधिक जरूरत होती है। वह भी सिर्फ 58 ही हैं जिनमें से सिर्फ 9 सीसीटीव काम कर रहे हैं।

बाइट मुनीश सहगल डीएसपी ट्रैफिक

बिगड़ती ट्रैफिक व्यवस्था और हादसों से परेशान अंबाला की जनता का कहना है कि इस और अधिकारियों को ध्यान देना चाहिए क्योंकि ट्रैफिक सिग्नल और सीसीटीवी पुलिस व पब्लिक दोनों के लिए मदद करने वाले हैं । तो इन पर काम करने की खासा जरूरत है।

वाइट देवेंद्र सिंह अंबालावासी

बाइक मुकेश जिंदल अंबालावासी


Conclusion:देखना दिलचस्प होगा कि क्या अंबाला वासियों की खस्ताहाल ट्रैफिक व्यवस्था की तकलीफ आने वाले समय में दूर हो पाती है या नहीं।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.