अंबाला: हरियाणा के गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि अंबाला छावनी में करोड़ों रुपये की लागत से बन रहा शहीदी स्मारक अतीत में बहादुरों की यादें संजोए रखने का काम करेगा. बता दें कि छावनी क्षेत्र में 1857 की क्रांति की याद में वीर जवानों की बहादुरी और शहादत को नमन करने के लिए अंबाला-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर करीब 22 एकड़ भूमि पर लगभग 300 करोड़ रुपये की लागत से भव्य और विशाल स्मारक का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है.
ये स्मारक आने वाले दिनों में आकर्षक पर्यटक स्थल के रूप में उभरेगा. यहां आने वाले पर्यटक 1857 की क्रांति की यादें स्वयं से सांझा कर सकेंगे. इस बारे में जानकारी देते हुए अनिल विज ने प्रदेश के लोगों से अपील करते हुए कहा कि अगर किसी भी व्यक्ति के पास उनके पूर्वजों की धरोहर के रूप में 1857 की क्रांति से संबंधित कोई भी वस्तु जैसे राइफल, बंदूक, पिस्टल, बंदूक की गोली(मस्कट कार्टरिज), वर्दी, तलवार, चाकू, बैज है, तो वो उसे हरियाणा सरकार को धरोहर के लिए दे सकते हैं.
अंबाला छावनी में बन रहा शहीद स्मारक
उन्होंने कहा कि अगर दी गई वस्तु, दस्तावेज या अन्य चीजें प्रमाणिक पाए जाते हैं तो उसे दिए जाने वाले व्यक्ति के नाम और पते सहित गैलरी में दर्शाया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस विषय को लेकर प्रदेश या फिर देश-विदेश का कोई भी व्यक्ति संबंधित चीजें दे सकता है.
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विज ने ये भी कहा कि आमजन की ओर से दिए जाने वाले इस सहयोग के लिए सरकार आभारी रहेगी और पूरे सम्मान के साथ दी गई निधि को अंबाला में बन रहे शहीद स्मारक में बनाई जाने वाली गैलरी में संजोकर रखा जाएगा. ये शहीद स्मारक जहां एक ओर क्रांतिकारियों की ओर से देश के लिए दिए गए बलिदान की यादें ताजा करवाएगा. वहीं दूसरी ओर एक बेहतरीन पर्यटक स्थल के रूप में भी उभरेगा.