अंबाला: हरियाणा में किसानों के चक्का जाम का व्यापक असर देखने को मिला. हरियाणा-पंजाब स्थित शम्भू बॉर्डर पर भी किसानों ने 3 घंटे तर राष्ट्रीय राजमार्ग को ब्लॉक रखा और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं 3 बजे के बाद चक्का जाम समाप्त हुआ और एक बार फिरसे नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक खोला गया.
बता दें, दोपहर 12 से 3 बजे तक नेशनल हाईवे पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी रही. हालांकि जरूरी सेवाएं बाधित नहीं की गई. चक्का जाम को लेकर जहां किसान संगठनों ने अपनी रणनीति तैयार की थी, वहीं पुलिस भी सतर्क रही. स्कूलों की छुट्टियां कर दी गई थी. रोडवेज ने बसें बंद कर रखी थी.
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कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हरियाणा में अर्ध सैनिक बलों की 45 बटालियन तैनात थी. दरअसल, गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुए हंगामे के बाद हरियाणा पुलिस को इनपुट मिला था कि चक्का जाम के दौरान हरियाणा में कई युवा संगठन किसानों के साथ मिलकर माहौल खराब कर सकते हैं. गनीमत रही कि कहीं कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आई.
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गौरतलब है कि शम्भू बॉर्डर पर मौजूद किसान नेता गुलाब सिंह ने बताया कि उन्हें चक्का जाम में किसानों का भारी समर्थन मिल रहा है. हजारों की संख्या में किसान शम्भू बॉर्डर पहुंचे और चक्का जाम को सफल बनाया. उन्होंने बताया कि आज शम्भू बॉर्डर पर सिंघु बॉर्डर से भी ज्यादा किसान मौजूद हैं.
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