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अच्छी खबर: अंबाला छावनी के नागरिक अस्पताल में कैंसर पीड़ित बच्चों का इलाज होगा बिल्कुल मुफ्त - अंबाला अस्पताल बच्चे कैंसर इलाज मुफ्त

रोहतक और चंडीगढ़ के बाद अब अंबाला के सीविल अस्पताल में कैंसर से पीड़ित बच्चों का निशुल्क इलाज किया जाएगा. अस्पताल में आने वाले लोग सुविधाओं से संतुष्ट हैं और डॉक्टर्स का कहना है कि हीमोफिलिया और थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों का बहतर तरीके से इलाज किया जा रहा है और उन्हें दवाईयां भी मुफ्त दी जा रही है.

ambala civil hospital cancer treatment
अच्छी खबर: अंबाला छावनी के नागरिक अस्पताल में कैंसर पीड़ित बच्चों का इलाज होगा बिल्कुल मुफ्त
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Published : Mar 14, 2021, 9:38 PM IST

अंबाला: शहर के लोगों के लिए एक अच्छी खबर है, अब अंबाला छावनी के नागरिक अस्पताल में कैंसर पीड़ित बच्चों का इलाज बिल्कुल मुफ्त किया जाएगा. इतना ही नहीं बल्कि इस अस्पताल में हीमोफिलिया और थैलेसीमिया जैसी घातक बीमारियों का इलाज भी मुफ्त में किया जा रहा है.

ये भी पढ़ें: डबल पेंशन लेने वालों से सरकार कर रही रिकवरी, अंबाला में अब तक 2 करोड़ रुपये वसूले

हीमोफिलिया और थैलेसीमिया जैसी घातक बीमारियों को लेकर ईटीवी भारत ने नागरिक अस्पताल के डॉ. विनीत आनंद से बातचीत की और इन बीमारियों के बारे में विस्तार से जाना. उन्होंने बताया कि अमूमन बच्चो में ब्लड कैंसर पाया जाता है इसके इलावा ब्रेन ट्यूमर, बोन कैंसर जैसी बीमारियां बच्चों में देखने को मिलती है.

अंबाला छावनी के नागरिक अस्पताल में कैंसर पीड़ित बच्चों का इलाज होगा बिल्कुल मुफ्त

डॉ. विनीत आनंद ने बताया कि हीमोफिलिया बीमारी में मरीज के अंदर दो फैक्टर्स की कमी होती है जिन्हें हम हीमोफिलिया ए (फैक्टर 8) और हीमोफिलिया बी ( फैक्टर 9) कहते है. जिस बजह से मरीज के चोट लगने पर खून की ब्लीडिंग रुकती नहीं है और जिसका इलाज प्राइवेट हस्पतालों में बहुत महंगा है. उन्होंने बताया कि उसका एक इंजेक्शन 14 से 20 हजार रुपये में लगता है.

ये भी पढ़ें: क्या अंबाला से शुरू हुआ था 1857 का विद्रोह, अनिल विज के बयान के बाद गरमाई सियासत

अंबाला में 35 हिमोफिलिया के मरीज

उन्होंने बताया कि समूचे हरियाणा में 700 हिमोफिलिया के मरीज है जिनमें से 35 अंबाला जिले के है. इसके इलावा थैलेसीमिया बीमारी को लेकर भी हस्पताल में पुख्ता बंदोबस्त किए गए है.

डॉ. विनीत आनंद का ये भी कहना है कि हरियाणा में थैलेसीमिया के मरीजों की संख्या बाकी राज्यों से काफी ज्यादा है और इन बीमारियों से जूझ रहें बच्चों का निशुल्क इलाज यहां किया जाता है और यहां पर लोग अन्य जिलों से भी कैंसर पीड़ित बच्चों का इलाज करवाने के लिए आते हैं.

ये भी पढ़ें: अब वेबसाइट पर मिलेगी कोरोना की रिपोर्ट, अंबाला में शुरू हुआ पायलट प्रोजेक्ट

वहीं जब अस्पताल में आए मरीजों से बात की गई तो वो यहां की सुविधाओं से काफी संतुष्ट दिखाई दिए और उन्होंने सरकार और यहां के डॉक्टर्स का आभार भी जताया. आपको बता दें कि बच्चों के कैंसर, हिमोफिलिया और थैलेसिमिया जैसी बीमारियों का इलाज करने के लिए दी जाने वाली सुविधाओं को और ज्यादा पुख्ता करने के लिए अंबाला स्वास्थ्य विभाग द्वारा 16 लाख का बजट भी जारी किया गया है ताकि आमजन को किसी भी तरह की परेशानी न हो.

अंबाला: शहर के लोगों के लिए एक अच्छी खबर है, अब अंबाला छावनी के नागरिक अस्पताल में कैंसर पीड़ित बच्चों का इलाज बिल्कुल मुफ्त किया जाएगा. इतना ही नहीं बल्कि इस अस्पताल में हीमोफिलिया और थैलेसीमिया जैसी घातक बीमारियों का इलाज भी मुफ्त में किया जा रहा है.

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हीमोफिलिया और थैलेसीमिया जैसी घातक बीमारियों को लेकर ईटीवी भारत ने नागरिक अस्पताल के डॉ. विनीत आनंद से बातचीत की और इन बीमारियों के बारे में विस्तार से जाना. उन्होंने बताया कि अमूमन बच्चो में ब्लड कैंसर पाया जाता है इसके इलावा ब्रेन ट्यूमर, बोन कैंसर जैसी बीमारियां बच्चों में देखने को मिलती है.

अंबाला छावनी के नागरिक अस्पताल में कैंसर पीड़ित बच्चों का इलाज होगा बिल्कुल मुफ्त

डॉ. विनीत आनंद ने बताया कि हीमोफिलिया बीमारी में मरीज के अंदर दो फैक्टर्स की कमी होती है जिन्हें हम हीमोफिलिया ए (फैक्टर 8) और हीमोफिलिया बी ( फैक्टर 9) कहते है. जिस बजह से मरीज के चोट लगने पर खून की ब्लीडिंग रुकती नहीं है और जिसका इलाज प्राइवेट हस्पतालों में बहुत महंगा है. उन्होंने बताया कि उसका एक इंजेक्शन 14 से 20 हजार रुपये में लगता है.

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अंबाला में 35 हिमोफिलिया के मरीज

उन्होंने बताया कि समूचे हरियाणा में 700 हिमोफिलिया के मरीज है जिनमें से 35 अंबाला जिले के है. इसके इलावा थैलेसीमिया बीमारी को लेकर भी हस्पताल में पुख्ता बंदोबस्त किए गए है.

डॉ. विनीत आनंद का ये भी कहना है कि हरियाणा में थैलेसीमिया के मरीजों की संख्या बाकी राज्यों से काफी ज्यादा है और इन बीमारियों से जूझ रहें बच्चों का निशुल्क इलाज यहां किया जाता है और यहां पर लोग अन्य जिलों से भी कैंसर पीड़ित बच्चों का इलाज करवाने के लिए आते हैं.

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वहीं जब अस्पताल में आए मरीजों से बात की गई तो वो यहां की सुविधाओं से काफी संतुष्ट दिखाई दिए और उन्होंने सरकार और यहां के डॉक्टर्स का आभार भी जताया. आपको बता दें कि बच्चों के कैंसर, हिमोफिलिया और थैलेसिमिया जैसी बीमारियों का इलाज करने के लिए दी जाने वाली सुविधाओं को और ज्यादा पुख्ता करने के लिए अंबाला स्वास्थ्य विभाग द्वारा 16 लाख का बजट भी जारी किया गया है ताकि आमजन को किसी भी तरह की परेशानी न हो.

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