अंबाला: महाराष्ट्र में कोई भी पार्टी राज्यपाल के सामने अपना बहुमत साबित नहीं कर पाई है. सभी पार्टियों को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया, साथ ही उनको उचित समय भी दिया. जब सभी दल सरकार बनाने में असफल रहे तो राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया.
अनिल विज का सुरजेवाला पर कटाक्ष
राष्ट्रपति शासन लगने के बाद से महाराष्ट्र की राजनीति का असर हरियाणा में दिखने लगा है. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने अपने एक बयान में कहा था कि बीजेपी-जेजेपी सत्ता की मलाई के बंटवारे में उलझी हैं. इस पर बीजेपी के गब्बर कहे जाने वाले अनिल विज ने इसी लहजे में रणदीप सुरजेवाला पर तंज कसा.
'पतीला चाटने को तैयार कांग्रेसी'
रणदीप सुरजेवाला पर कटाक्ष करते हुए अनिल विज ने कहा कि महाराष्ट्र में जिस शिवसेना के खिलाफ ये लड़ते रहे थे, सत्ता बनाने का थोड़ा सा मौका आते ही कांग्रेसी पतीला चाटने को तैयार हो गए. ये शिवसेना को समर्थन करने के लिए तैयार हो गए, इनको बोलने का क्या अधिकार है?
'कांग्रेस की कुरीतियों के खिलाफ JJP_BJP'
साथ ही अनिल विज ने कहा कि हमारी तो सांझेदार सरकार है. हम दोनों पार्टियां कांग्रेस विरोधी विचारधारा की पार्टियां हैं. हमने हमेशा कांग्रेस को कुशासन, कुरीतियों और गलत कामों के खिलाफ अलग-अलग मंच से लड़ाईयां लड़ी है. इसीलिए हम इकट्ठे हुए और सरकार बनाई.
'सैलजा पर विज का तंज'
हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा के उद्योग धंधे बंद करके रोजगार छीनने वाले बयान पर तंच कसते हुए अनिल विज ने कहा कि कुमारी सैलजा को अब बुरी तरह से जनता ने नकार दिया है. कांग्रेस को लोगों ने हरा दिया तो इसको हर काम में अब बुराई नजर आती है. वह नकारात्मकता से ग्रसित हो गई हैं, इसलिए हर काम पर इस प्रकार के बयान देती हैं.
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'भविष्य के गर्भ में BJP-NCP गठबंधन?'
महाराष्ट्र में संभावित बीजेपी और एनसीपी गठजोड़ पर विज ने कहा कि अब ये तो भविष्य के गर्भ में है कि क्या होगा? महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगने के बाद शिवसेना के सुप्रीम कोर्ट जाने पर अनिल विज ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट कोई भी जा सकता है, वहां जाने में किसी को मनाही नहीं है. महामहिम ने इन्हें उचित समय दिया था और यह अपना पत्र सौंप ही नहीं सके, इसलिए यह फैसला करना पड़ा.