अंबाला: देश में लड़कियों की शादी की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 साल (girls marriage age increased) किये जाने के फैसले पर जहां लड़कियों ने खुशी जाहिर की है. वहीं इस मामले पर सियासत भी शुरू हो गई है. सरकार के इस फैसले पर एआईएमआईएम चीफ असुद्ददीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने भी सवाल खड़ा किया है. वहीं असुद्ददीन ओवैसी के बयान पर हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज (Anil Vij) ने पलटवार किया है.
इस मुद्दे को लेकर ओवैसी ने कहा है कि 18 की उम्र में प्रधानमंत्री चुन सकते हैं तो जीवन साथी क्यों नहीं, ओवैसी के इसी बयान पर गृहमंत्री अनिल विज ने पलटवार करते हुए कहा कि ओवैसी की समझ पर पूरे देश में प्रश्नचिह्न लगा हुआ है. ओवैसी चीजों को सही संदर्भ में नहीं समझ सकते. अनिल विज ने कहा कि सरकार ने यह फैसला सोच समझकर लिया है.
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बता दें कि, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने लड़कियों की शादी की न्यूनतम उम्र सीमा 18 साल से बढ़ाकर 21 साल करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. उम्मीद की जा रही है कि इससे संबंधित विधेयक मौजूदा शीतकालीन सत्र के दौरान ही संसद में पेश कर (amendment in child marriage act) दिया जाएगा. अभी लड़कियों की शादी की उम्र 18 साल और लड़कों की 21 साल निर्धारित है. न्यूनतम उम्र सीमा में बदलाव के इस फैसले का लड़कियों ने स्वागत किया है, लेकिन कई नेता इसके विरोध में उतर आए हैं.
इसके अलावा किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने भी आज अपनी सियासी पार्टी का ऐलान कर दिया है. चढूनी के पार्टी बनाने पर अनिल विज ने कहा कि देश में प्रजातंत्र है. यहां एक आदमी वाला भी पार्टी बना सकता है और सौ वाला भी. बता दें कि, किसान आंदोलन के दौरान चुनाव लड़ने का ऐलान करने के बाद अब किसान नेता गुरनाम चढूनी ने अपनी राजनीतिक पार्टी का ऐलान कर दिया है. गुरनाम चढूनी ने अपने राजनीतिक दल का नाम संयुक्त संघर्ष पार्टी रखा है.
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