अंबाला: महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में सियासी भूचाल थमने का नाम नहीं ले रहा. महाराष्ट्र में नई सरकार को लेकर मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. सुप्रीम कोर्ट में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने याचिका दाखिल करके महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के उस आदेश को रद्द करने की मांग की, जिसमें उन्होंने सरकार बनाने के लिए देवेंद्र फडणवीस को आमंत्रित किया था. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट तीनों दलों की याचिका पर सुनवाई करते हुए उनसे जवाब-तलब किया है.
अनिल विज ने सुरजेवाला पर साधा निशाना
देवेंद्र फडणवीस ने जैसे ही सीएम पद की शपथ ली तो महाराष्ट्र की राजनीति में तूफान आ गया. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस पूरे प्रकरण को लोकतंत्र की हत्या बताया. सुरजेवाला के इसी बयान पर सूबे के गृह मंत्री अनिल विज ने पलटवार किया है.
कांग्रेस को नहीं है बोलने का आधिकार- अनिल विज
गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि जिस पार्टी ने देश में इमरजेंसी लगाई हो, धारा-356 का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया हो. उस पार्टी को कुछ भी बोलने का अधिकार नहीं है. विज ने कहा कि महाराष्ट्र में राज्यपाल ने दोनों पार्टियों के विधायकों की सूचि देखकर ही शपथ दिलाई है.
जन आशीर्वाद यात्रा पर दी प्रतिक्रिया
बीजेपी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने पर बीजेपी के कुछ नेताओं ने सीएम की जन आशीर्वाद यात्रा को जिम्मेदार ठहराया है. पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा और बीजेपी प्रदेश प्रभारी अनिल जैन ने भी माना की सीएम की जन आशीर्वाद यात्रा की वजह से कार्यकर्ता चुनाव की तैयारी नहीं कर पाए. गृहमंत्री अनिल विज ने सीएम की आशीर्वाद यात्रा का बचाव किया है.
ये भी पढ़ें- हरियाणा में नशे के चुंगल में फंसता जा रहा युवा, रोज कशों में बर्बाद हो रही जिंदगियां