अंबाला: कृषि अध्यादेशों का विरोध करते हुए केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बदल ने इस्तीफा दे दिया, जिसको मंजूरी भी मिल गई. इस पर गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि हिंदुस्तान का किसान 1947 में आजाद नहीं हुआ था. बल्कि कृषि के इन तीनों अध्यादेशों के पारित होने से हुआ है. साथ ही विपक्ष पर निशाना साधते हुए विज ने कहा कि कुछ लोग किसानों को बहका रहे हैं, जिनके बहकावे में कुछ नेता भी आ गए हैं, लेकिन बहुत जल्द सबको पता लग जायेगा कि ये अध्यादेश किसान हितैषी हैं.
वीहं जेजेपी के नेता और इनसो के राष्टीय अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला द्वारा किसानों पर लाठीचार्ज पर दी गई प्रतिक्रिया पर विज ने कहा कि जब किसानों पर लाठीचार्ज हुआ ही नहीं तो किस बात की जांच होनी चाहिए? हम क्यों किसानों पर लाठीचार्ज करेंगे.
वहीं कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला की ओर से दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए विज ने कहा कि ये मुंगेरी लाल के सपने हैं, जो कभी पूरे नहीं होंगे. बता दें कि, रणदीप सुरजेवाला ने अपने एक बयान में कहा था कि प्रदेश में नौजवान से लेकर किसान तक सब परेशान हैं. सभी ने सरकार को सबक सिखाने का मन बना लिया है. बहुत जल्द प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी.
विज ने कहा कि यदि कांग्रेस के सभी विधायक राज्यपाल से मिलकर विशेष विधानसभा अधिवेशन बुलाकर कृषि के तीनों अध्यादेशों को वापस लेने के लिए पत्र देंगे तो ये उनका संवैधानिक हक है. इसमें हम कुछ नहीं कर सकते.
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प्रदेश में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमित मामलों को लेकर विज ने कहा कि सरकार हर संभव प्रयास कर रही है, ताकि इस महामारी को रोका जा सके. उन्होंने कहा कि प्रदेश में ज्यादातर कोरोना संक्रमित मरीज होम आइसोलेशन में हैं. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश घर-घर जाकर लोगों को दवा देने और उनको स्वास्थ्य जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही प्रदेश में तीन जगहों पर क्रिटिकल कोविड केयर सेंटर भी बनाए गए हैं, जो सभी सुविधाओं से लैश हैं.