अंबाला: अंबाला से साहा तक फोरलेन बनाने के लिए निर्माणकार्य अब शुरू हो चुका है, लेकिन सड़क को चौड़ा करने के लिए अंबाला नगर निगम द्वारा बनाई गई दुकानों की समस्या अब सामने आने लगी है.
नगर निगम परिसर में मिले दुकानें- दुकानदार
दरअसल मामला ये है कि नगर निगम इन दुकानों को तोड़ कर दुकानदारों को बेरोजगार नहीं करना चाहता और दुकानदार यहां से दूसरी जगह जाना भी नहीं चाहते. उनका कहना है की ऐसा करने से उनकी दुकानदारी प्रभावित हो सकती है. उनका कहना है की निगम अपने परिसर में ही उनको दुकानों की जगह दे जिससे की फोरलेन के निर्माण में भी दिक्कत न आए और उनकी दूकानदारी पर भी कोई असर न पड़े.
बता दें कि नगर निगम दुकानदारों को अंबाला छावनी की खाली पड़ी तहसील की पुरानी बिल्डिंग में दुकानों के लिए जगह देना चाहता है, हालांकि पहले सभी दुकानदारों को नगर निगम के परिसर में ही जगह देने की बात हुई थी. इस बात को लेकर कुछ दूकानदारों में रोष देखा गया तो कुछ दुकानदार निगम द्वारा लिए गए इस फैसले से सहमत नजर आए.
हमारे फैसले से दुकानदार सहमत हैं- ईओ (नगर निगम)
जब इस मामले पर नगर निगम के ईओ विनोद नेहरा से बातचीत की तो उन्होंने कहा की इन सभी दुकानदारों के तहसील में पड़ी खाली जमीन दे दी जाएगी. अब क्या इसके लिए दुकानदार तैयार हैं, तो इसपर उन्होंने कहा किसभी दुकानदार इसके लिए राजी हैं.
अब इसमे गौर करने वाली बात ये है कि नगर निगम के ईओ तो कह रहे हैं कि उनके इस फैसले से सभी दुकानदार खुश हैं, लेकिन जब मीडियाकर्मियों की बात दुकानदारों से हुई तो आधे से ज्यादा दुकानदार निगम के इस फैसले नाखुश नजर आए.
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