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अंबाला से साहा तक बनेगा फोरलेन, लेकिन सामने आई ये परेशानी

अंबाला से साहा फोरलेन बनने का काम शुरू हो गया है, लेकिन इसमें एक नई दिक्कत सामने आ गई है. फोरलेन के बीच नगर निगम की दुकानें पड़ रही हैं जिनको निगम को खाली करवाना होगा. निगम दुकानदारों को दूसरी जगह दुकाने देने को तैयार है, लेकिन कई दुकानदार निगम के इस फैसले से खुश नहीं हैं.

अंबाला दुकान
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Published : Sep 21, 2019, 8:05 AM IST

अंबाला: अंबाला से साहा तक फोरलेन बनाने के लिए निर्माणकार्य अब शुरू हो चुका है, लेकिन सड़क को चौड़ा करने के लिए अंबाला नगर निगम द्वारा बनाई गई दुकानों की समस्या अब सामने आने लगी है.

नगर निगम परिसर में मिले दुकानें- दुकानदार
दरअसल मामला ये है कि नगर निगम इन दुकानों को तोड़ कर दुकानदारों को बेरोजगार नहीं करना चाहता और दुकानदार यहां से दूसरी जगह जाना भी नहीं चाहते. उनका कहना है की ऐसा करने से उनकी दुकानदारी प्रभावित हो सकती है. उनका कहना है की निगम अपने परिसर में ही उनको दुकानों की जगह दे जिससे की फोरलेन के निर्माण में भी दिक्कत न आए और उनकी दूकानदारी पर भी कोई असर न पड़े.

अंबाला के दुकानदारों ने रखा अपना पक्ष, देखें वीडियो

बता दें कि नगर निगम दुकानदारों को अंबाला छावनी की खाली पड़ी तहसील की पुरानी बिल्डिंग में दुकानों के लिए जगह देना चाहता है, हालांकि पहले सभी दुकानदारों को नगर निगम के परिसर में ही जगह देने की बात हुई थी. इस बात को लेकर कुछ दूकानदारों में रोष देखा गया तो कुछ दुकानदार निगम द्वारा लिए गए इस फैसले से सहमत नजर आए.

हमारे फैसले से दुकानदार सहमत हैं- ईओ (नगर निगम)
जब इस मामले पर नगर निगम के ईओ विनोद नेहरा से बातचीत की तो उन्होंने कहा की इन सभी दुकानदारों के तहसील में पड़ी खाली जमीन दे दी जाएगी. अब क्या इसके लिए दुकानदार तैयार हैं, तो इसपर उन्होंने कहा किसभी दुकानदार इसके लिए राजी हैं.

अब इसमे गौर करने वाली बात ये है कि नगर निगम के ईओ तो कह रहे हैं कि उनके इस फैसले से सभी दुकानदार खुश हैं, लेकिन जब मीडियाकर्मियों की बात दुकानदारों से हुई तो आधे से ज्यादा दुकानदार निगम के इस फैसले नाखुश नजर आए.

ये भी पढ़ें- मदीना गांव के किसानों को किया गया जागरुक, उपायुक्त ने बताए पराली जलाने के नुकसान

अंबाला: अंबाला से साहा तक फोरलेन बनाने के लिए निर्माणकार्य अब शुरू हो चुका है, लेकिन सड़क को चौड़ा करने के लिए अंबाला नगर निगम द्वारा बनाई गई दुकानों की समस्या अब सामने आने लगी है.

नगर निगम परिसर में मिले दुकानें- दुकानदार
दरअसल मामला ये है कि नगर निगम इन दुकानों को तोड़ कर दुकानदारों को बेरोजगार नहीं करना चाहता और दुकानदार यहां से दूसरी जगह जाना भी नहीं चाहते. उनका कहना है की ऐसा करने से उनकी दुकानदारी प्रभावित हो सकती है. उनका कहना है की निगम अपने परिसर में ही उनको दुकानों की जगह दे जिससे की फोरलेन के निर्माण में भी दिक्कत न आए और उनकी दूकानदारी पर भी कोई असर न पड़े.

अंबाला के दुकानदारों ने रखा अपना पक्ष, देखें वीडियो

बता दें कि नगर निगम दुकानदारों को अंबाला छावनी की खाली पड़ी तहसील की पुरानी बिल्डिंग में दुकानों के लिए जगह देना चाहता है, हालांकि पहले सभी दुकानदारों को नगर निगम के परिसर में ही जगह देने की बात हुई थी. इस बात को लेकर कुछ दूकानदारों में रोष देखा गया तो कुछ दुकानदार निगम द्वारा लिए गए इस फैसले से सहमत नजर आए.

हमारे फैसले से दुकानदार सहमत हैं- ईओ (नगर निगम)
जब इस मामले पर नगर निगम के ईओ विनोद नेहरा से बातचीत की तो उन्होंने कहा की इन सभी दुकानदारों के तहसील में पड़ी खाली जमीन दे दी जाएगी. अब क्या इसके लिए दुकानदार तैयार हैं, तो इसपर उन्होंने कहा किसभी दुकानदार इसके लिए राजी हैं.

अब इसमे गौर करने वाली बात ये है कि नगर निगम के ईओ तो कह रहे हैं कि उनके इस फैसले से सभी दुकानदार खुश हैं, लेकिन जब मीडियाकर्मियों की बात दुकानदारों से हुई तो आधे से ज्यादा दुकानदार निगम के इस फैसले नाखुश नजर आए.

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Intro:अम्बाला से साहा तक फोरलेन बनाने के लिए निर्माणकार्य अब शुरू हो चूका है लेकिन सड़क को चौड़ा करने के लिए अम्बाला नगर निगम द्वारा बनाई गई दुकानों की समस्या इसमें सामने आ रही है दरअसल नगर निगम इन दुकानों को तोड़ कर दुकानदारों को बेरोज़गार नहीं करना चाहता और दुकानदार यहाँ से दूसरी जगह जाना भी नहीं चाहते उनका कहना है की ऐसा करने से उनकी दुकानदारी प्रभावित हो सकती है उनका कहना है की निगम अपने परिसर में ही उनको यहीं पर दुकानों की जगह दे जिससे की फोरलेन के निर्माण में भी दिक्कत न आये और उनकी दूकानदारी पर भी कोई असर न पड़े। दरअसल निगम दुकानदारों को अम्बाला छावनी की खाली पड़ी तहसील की पुरानी बिल्डिंग में दुकानों के लिए जगह देना चाहता है, हालांकि पहले इस सभी दुकानदारों को नगर निगम के परिसर में ही जगह देने की बात हुई थी ,इस बात को लेकर कुछ दूकानदारों में रोष देखा गया तो कुछ दुकानदार निगम द्वारा लिए गए इस फैसले से सहमत नज़र आये। Body:वी ओ - जब हमने इस मुद्दे पर नगर निगम के EO विनोद नेहरा से बातचीत की तो उन्होंने कहा की इन सभी दुकानदारों के लिए खाली पड़ी तहसील में इनकी दुकानों ने लिए जगह दे दी जाएगी। उनसे पूछने पर की क्या इसके लिए दुकानदार राज़ी हो जायेंगे तो उन्होंने पूरे विश्वास के साथ कहा की सभी दुकानदार इसके लिए राज़ी हैं।

बाइट- विनोद नेहरा EO

वी ओ - हालांकि नगर निगम के EO विनोद नेहरा का कहा है की सभी दूकानदार उनके तहसील में जगह दिए जाने के फैसले से सहमत हैं लेकिन जब हमने दुकानदारों से बातचीत की तो उनमे से ज्यादातर दुकानदार निगम के इस फैसले से नाखुश नज़र आये केवल कुछ दुकानदारों ने ही निगम द्वारा लिए गए इस फैसले पर अपनी सहमति जताई। हाँ निगम परिसर में दुकानों के लिए जगह देने में वो ज़रूर सहमत नज़र आये।
बाइट-१ अशोक कुमार (दुकानदार )
बाइट- २ दुकानदार
बाइट-३ प्रदीप गोयल ,दुकानदार Conclusion:
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