अंबाला: पूरा देश वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की चपेट में है, तो अब एक और समस्या देश के सामने आ खड़ी है और वो है टिड्डी दल. अभी दो दिन भी नहीं बीते हैं जब टिड्डी दल ने दक्षिण हरियाणा में आक्रमण किया था. हरियाणा के कई जिले टिड्डी दल की चपेट में आए जिसके बाद अब वो जिले अलर्ट पर चले गए हैं, जहां अभी टिड्डी दल नहीं पहुंचा है.
टिड्डी दल के खतरे को देखते हुए अंबाला जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो गया है. अंबाला प्रशासन का दावा है कि अंबाला जिले में टिड्डी दल से निपटने के लिए पर्याप्त तैयारियां कर ली गई हैं. कृषि विभाग के निदेशक गिरीश नागपाल ने बताया कि टिड्डी दल से निपटने के लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं.
उन्होंने बताया कि टिड्डी दल से निपटने के लिए फायर ब्रिगेड, ट्रैक्टर से चलने वाले पंप. कीटनाशक दवाई क्लोरपीरिफॉस भी तैयार रखी गई है. गिरीश नागपाल ने बताया कि फील्ड स्टाफ फील्ड स्टाफ लगातार खेतों के दौर कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि अंबाला जिला प्रशासन भी गांवों में जाकर किसानों को जागरूक कर रहे हैं. साथ ही साथ किसानों को जरूरी सहायता दी जा रही है.
चंद घंटों में सैकड़ों एकड़ फसल हो गई तबाह
गौरलतब है शनिवार शाम को राजस्थान की ओर से आए टिड्डी दल ने हरियाणा में दस्तक दी. टिड्डियों के आने की सूचना मिलते ही किसान अपनी फसल को बचाने के लिए खेतों को और दौड़ पड़े, किसानों ने अपनी फसलों को बचाने के लिए देसी नुक्से अपनाए. इस दौरान उन्होंने अपने खेतों में आग जलाकर धुंआ किया और थाली बजाकर शोर मचाया ताकि टिड्डियां इस ओर ना आए, लेकिन लाखों की तादाद में पहुंची टिड्डियां जिस भी खेत में बैठीं, वहां की फसल बर्बाद कर दी.
रेवाड़ी झज्जर में भी टिड्डियों ने मचाई तबाही
रात के वक्त टिड्डी दल ने रेवाड़ी में ही डेरा डाला, क्योंकि अंधेरा होने के बाद ये दल आगे नहीं बढ़ते. सुबह होते ही इस आतंकी दल ने हरियाणा के महेंद्रगढ़, नारनौल, रेवाड़ी, झज्जर की तरफ रुख किया. करीब 10 किलोमीटर लंबा और 6 किलोमीटर चौडे इस टिड्डी दल ने किसानों की फसलों और वनस्पति को चट कर दिया है.
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