अंबाला: केंद्रीय गृह मंत्रालय की गाइडलाइंस के बाद प्रदेश सरकारों ने अपने-अपने प्रदेश के प्रवासी मजदूरों को निकालने का काम शुरु कर दिया है. हालांकि सैंकड़ों प्रवासी मजदूर अब भी ऐसे हैं जो घर वापसी का इंतजार कर रहे हैं. अंबाला शहर के बलदेव नहर में भी 43 कश्मीरी प्रवासी मजदूर लॉकडाउन के बाद फंसे हुए हैं. जिनकी मदद के लिए हरियाणा कांग्रेस की ओर से पेशकश की गई है.
कश्मीरी प्रवासी मजदूरों ने बताया कि वो हर साल अंबाला में कंबल बेचने के लिए आते हैं. वो नवंबर से मार्च तक यहां रहते हैं, लेकिन इस बार वो घर जाते उससे पहले ही लॉकडाउन लग गया और वो यहीं रह गए. कश्मीरी प्रवासी मजदूरों ने बताया कि पिछले डेढ़ महीने से काफी परेशान हुए हैं.
कश्मीरी प्रवासी मजदूरों ने बताया कि ना तो सरकार, प्रशासन और ना ही किसी एनजीओ ने उनकी सुध ली. इस दौरान उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. साथ ही उनके परिजन भी काफी परेशान हैं. कश्मीरियों ने हरियाणा सरकार से मदद की गुहार लगाते हुए उन्हें जल्द ही कश्मी भेजे जाने की मांग की.
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वहीं अंबाला जिले के कांग्रेस कॉर्डिनेटर देवेंद्र वर्मा ने बताया कि उन्होंने 43 कश्मीरियों की लिस्ट प्रशासन को सौंपी है. जिसमें मांग की गई है कि इन्हें जल्द से जल्द उनक घर लौटा जाए. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रवासी मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए रेल का खर्च उठाने की बात कही है. साथ ही उन्होंने बताया कि अगर बसों के जरिए इन्हें भेजने का प्रबंध किया जाता है तो कांग्रेस उसका भी प्रबंध करेगी.