नई दिल्ली: बर्मिंघम में ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप चल रही है. इस चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में त्रीसा जॉली और गायत्री गोपीचंद की महिला युगल जोड़ी ने जगह बना ली है. राष्ट्रमंडल खेलों की ब्रॉन्ज मेडल विजेता त्रीसा और गायत्री ने युकी फुकुशिमा और सायाका हिरोटा की पूर्व विश्व नंबर 1 जोड़ी को रोमांचक मुकाबले में 21-14, 24-22 से मात दी.
-
Women on a mission went past WR-9 pair in style 😎🔥
— BAI Media (@BAI_Media) March 16, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
📸: @badmintonphoto #AllEngland2023#IndiaontheRise#Badminton pic.twitter.com/ce4NANZnWN
">Women on a mission went past WR-9 pair in style 😎🔥
— BAI Media (@BAI_Media) March 16, 2023
📸: @badmintonphoto #AllEngland2023#IndiaontheRise#Badminton pic.twitter.com/ce4NANZnWNWomen on a mission went past WR-9 pair in style 😎🔥
— BAI Media (@BAI_Media) March 16, 2023
📸: @badmintonphoto #AllEngland2023#IndiaontheRise#Badminton pic.twitter.com/ce4NANZnWN
त्रीसा जॉली और गायत्री गोपीचंद दुनिया की 17वें नंबर की जोड़ी है जो पिछले संस्करण के सेमीफाइनल में पहुंची थीं. उनका अगला मुकाबला ली वेन मेई और लियू जुआन जुआन की चीनी जोड़ी से होगा. वहीं भारतीय शटलर लक्ष्य सेन एंडर्स से हारकर एकल स्पर्धा से बाहर हो गए. सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी के साथ जोड़ी को भी हार का सामना करना पड़ा. उन्हें चीन के विश्व नंबर 10 लियांग वेई केंग और वांग चांग से हार का सामना करना पड़ा.
त्रेसा और गायत्री ने इस साल फरवरी में बैडमिंटन एशिया मिक्स्ड चैंपियनशिप में दुनिया की नंबर 7 टैन पियरली और थिन्नाह मुरलीधरन के खिलाफ जीत हासिल की थी. उसके बाद से त्रीसा और गायत्री शानदार फॉर्म में हैं. भारतीय जोड़ी ने सातवीं वरीयता प्राप्त थाईलैंड के जोंगकोलफान कितिहाराकुल और राविंदा प्रजोंगई को मात दी है. लक्ष्य सेन की हार का असर उनकी रैंकिंग पर पड़ेगा. उनकी रैंकिंग में गिरावट आएगी. ये चैंपियनशिप 14 मार्च से शुरू हुई थी जो 19 मार्च तक बर्मिंघम में खेली जाएगी.
गायत्री गोपीचंद पूर्व बैडमिंटन स्टार पुलेला गोपीचंद की बेटी हैं. पुलेला गोपीचंद ने भी बैडमिंटन में देश का नाम चमकाया है. गोपीचंद ने जकार्ता में 1998 में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में दो मेडल जीते थे. उन्होंने टीम स्पर्धा में सिल्वर और एकल में ब्रॉन्ज मेडल जीता था.
इसे भी पढ़ें- Badminton Championship : साल का तीसरा टूर्नामेंट जहां पहला ही दौर हारकर बाहर हुईं पीवी सिंधु