ETV Bharat / crime

रादौर में 3 एकड़ जमीन बेचने के नाम पर एक शख्स से एक करोड़ रुपये की धोखाधड़ी

रादौर में 3 एकड़ भूमि बेचने के नाम पर एक व्यक्ति से धोखाधड़ी से करीब एक करोड़ रुपये ऐंठ लिए गए. पुलिस ने एक महिला सहित 4 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी का केस दर्ज किया है.

Fraud with a person in the name of selling 3 acres land in radaur
रादौर में 3 एकड़ भूमि बेचने के नाम पर एक व्यक्ति से धोखाधड़ी
author img

By

Published : Apr 25, 2021, 1:23 PM IST

यमुनानगर: जिले के रादौर में 3 एकड़ भूमि बेचने के नाम पर कुछ लोगों ने एक व्यक्ति से फुल एग्रीमेंट करने के नाम पर लगभग 1 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी कर ली. एक करोड़ रुपये लेने के बावजूद भूमि की रजिस्ट्री नहीं करवाई गई.

भूमि की रजिस्ट्री करवाने का दबाव बनाने पर पीड़ित को झूठे केस में फंसाने की धमकी दी गई. जिसके बाद पीड़ित व्यक्ति ने मामले को लेकर एक महिला सहित 4 लोगों के खिलाफ धारा 406, 420 व 506 के तहत जालसाजी का मामला दर्ज कराया है.

ये भी पढ़ें: शराब और रजिस्ट्री घोटाले की सीबीआई से जांच करवाएं- अभय चौटाला

क्या है मामला?

दरअसल गांव मंसूरपुर निवासी निर्मल दत्त ने रादौर पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसने व उसके भाई खिल्ली राम ने 16 दिसंबर 2017 को गांव रादौरी में 24 कनाल (3 एकड़) भूमि खरीदने के लिए नरेश कुमार, संतोष रानी, राहुल, विपुल आदि से एग्रीमेंट किया था. इस दौरान एग्रीमेंट के तहत नरेश कुमार को अलग-अलग समय में एक करोड़ रुपये की राशि बैंक के माध्यम से दी गई.

13 मार्च 2020 को ही पीड़ित पक्ष ने कर दिया फुल पेमेंट

जिसके बाद 13 मार्च 2020 को दोनों पक्षों के बीच फुल पेमेंट एग्रीमेंट हुआ. जिसमें मोहनलाल व सुरेश कुमार को गवाह बनाया गया. फुल पेमेंट एग्रीमेंट के बाद 30 अप्रैल 2020 को भूमि की रजिस्ट्री करवाने की तारीख तय की गई. इससे पहले उनकी ओर से नरेश कुमार व उसके बेटे राहुल व विपुल से कहा गया कि वो बैंक से एनओसी ले आए औरर इंतकाल दुरूस्त करवाए, लेकिन वो टालमटोल करते रहे.

ये भी पढ़ें: गोहाना में स्वामित्व योजना के तहत 12 गांवों में लाल डोरा जमीन की होगी रजिस्ट्री, सर्वे शुरू

टालमटोल कर आरोपियों ने नहीं किया जमीन की रजिस्ट्री

इस दौरान लॉकडाउन के चलते जमीन की सेल डीड नहीं हो पाई. मई 2020 में जब तहसील कार्यालय खुले. तब प्रार्थी निर्मल दत्त व खिलीराम ने जमीन की रजिस्ट्री करवाने के बारे नरेश कुमार से आग्रह किया, लेकिन वो टालमटोल करता रहा. जिसके बाद दोनों पक्षों की रजामंदी से 31 अगस्त 2020 को रजिस्ट्री करवाने का समय निर्धारित हुआ, लेकिन इस दौरान वो बैंक से ना तो एनओसी लाया और न ही इंतकाल दुरूस्त करवाया.

ये भी पढ़ें: बरवाला नगर पालिका की जमीन गलत तरीके से रजिस्ट्री का मामला, आरोपियों पर होगी कार्रवाई

पुलिस ने एक महिला समेत चार लोगों के खिलाफ दर्ज किया मामला

जिसके बाद 31 सिंतबर 2020 तक की समय अवधि बढ़ाई गई, लेकिन इसके बाद भी नरेश कुमार वगैरह ने भूमि की रजिस्ट्री नहीं करवाई. जिसके बाद पीड़ित ने मामले की शिकायत रादौर पुलिस को दी.

पुलिस ने शिकायत के आधार पर नरेश कुमार, संतोष रानी, राहुल, विपुल के खिलाफ जालसाजी का मामला दर्ज किया गया है. इस बारे थाना रादौर प्रभारी सुखविंदर शर्मा ने बताया कि पुलिस ने शिकायत के आधार पर जालसाजी का मामला दर्ज किया है. मामले की जांच की जा रही है।. जांच के बाद कार्रवाई की जायेगी.

यमुनानगर: जिले के रादौर में 3 एकड़ भूमि बेचने के नाम पर कुछ लोगों ने एक व्यक्ति से फुल एग्रीमेंट करने के नाम पर लगभग 1 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी कर ली. एक करोड़ रुपये लेने के बावजूद भूमि की रजिस्ट्री नहीं करवाई गई.

भूमि की रजिस्ट्री करवाने का दबाव बनाने पर पीड़ित को झूठे केस में फंसाने की धमकी दी गई. जिसके बाद पीड़ित व्यक्ति ने मामले को लेकर एक महिला सहित 4 लोगों के खिलाफ धारा 406, 420 व 506 के तहत जालसाजी का मामला दर्ज कराया है.

ये भी पढ़ें: शराब और रजिस्ट्री घोटाले की सीबीआई से जांच करवाएं- अभय चौटाला

क्या है मामला?

दरअसल गांव मंसूरपुर निवासी निर्मल दत्त ने रादौर पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसने व उसके भाई खिल्ली राम ने 16 दिसंबर 2017 को गांव रादौरी में 24 कनाल (3 एकड़) भूमि खरीदने के लिए नरेश कुमार, संतोष रानी, राहुल, विपुल आदि से एग्रीमेंट किया था. इस दौरान एग्रीमेंट के तहत नरेश कुमार को अलग-अलग समय में एक करोड़ रुपये की राशि बैंक के माध्यम से दी गई.

13 मार्च 2020 को ही पीड़ित पक्ष ने कर दिया फुल पेमेंट

जिसके बाद 13 मार्च 2020 को दोनों पक्षों के बीच फुल पेमेंट एग्रीमेंट हुआ. जिसमें मोहनलाल व सुरेश कुमार को गवाह बनाया गया. फुल पेमेंट एग्रीमेंट के बाद 30 अप्रैल 2020 को भूमि की रजिस्ट्री करवाने की तारीख तय की गई. इससे पहले उनकी ओर से नरेश कुमार व उसके बेटे राहुल व विपुल से कहा गया कि वो बैंक से एनओसी ले आए औरर इंतकाल दुरूस्त करवाए, लेकिन वो टालमटोल करते रहे.

ये भी पढ़ें: गोहाना में स्वामित्व योजना के तहत 12 गांवों में लाल डोरा जमीन की होगी रजिस्ट्री, सर्वे शुरू

टालमटोल कर आरोपियों ने नहीं किया जमीन की रजिस्ट्री

इस दौरान लॉकडाउन के चलते जमीन की सेल डीड नहीं हो पाई. मई 2020 में जब तहसील कार्यालय खुले. तब प्रार्थी निर्मल दत्त व खिलीराम ने जमीन की रजिस्ट्री करवाने के बारे नरेश कुमार से आग्रह किया, लेकिन वो टालमटोल करता रहा. जिसके बाद दोनों पक्षों की रजामंदी से 31 अगस्त 2020 को रजिस्ट्री करवाने का समय निर्धारित हुआ, लेकिन इस दौरान वो बैंक से ना तो एनओसी लाया और न ही इंतकाल दुरूस्त करवाया.

ये भी पढ़ें: बरवाला नगर पालिका की जमीन गलत तरीके से रजिस्ट्री का मामला, आरोपियों पर होगी कार्रवाई

पुलिस ने एक महिला समेत चार लोगों के खिलाफ दर्ज किया मामला

जिसके बाद 31 सिंतबर 2020 तक की समय अवधि बढ़ाई गई, लेकिन इसके बाद भी नरेश कुमार वगैरह ने भूमि की रजिस्ट्री नहीं करवाई. जिसके बाद पीड़ित ने मामले की शिकायत रादौर पुलिस को दी.

पुलिस ने शिकायत के आधार पर नरेश कुमार, संतोष रानी, राहुल, विपुल के खिलाफ जालसाजी का मामला दर्ज किया गया है. इस बारे थाना रादौर प्रभारी सुखविंदर शर्मा ने बताया कि पुलिस ने शिकायत के आधार पर जालसाजी का मामला दर्ज किया है. मामले की जांच की जा रही है।. जांच के बाद कार्रवाई की जायेगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.