रोहतक: शहर में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए किसानों ने पराली न जलाने का प्रण लिया है. वहीं दूसरी ओर व्यापारियों ने भी इस समस्या का हल निकाल लिया है. इससे आमजन को थोड़ी राहत मिलती नजर जरूर आ रही है. क्योंकि अब व्यापारी किसानों की पराली खरीद रहा है जिससे किसानों को तो पैसा मिलता ही है. साथ में जो मजदूर खेत से पराली उठाकर व्यापारियों तक पहुंचाते हैं उन्हें भी काम मिल जाता है. जिसके चलते किसान पराली को जलाने की बजाए अच्छा-खासा पैसा कमा लेता है.
रोहतक में व्यापरी खरीद रहे पराली
व्यापारियों की इस पहल से सबको कहीं ना कहीं फायदा हो रहा है. व्यापारी किसानों की पराली को चारे के रूप में खरीदता है और उसे काट कर दूसरे ऐसे प्रदेशों में भेजता है जहां पर चारे की कमी हो जिससे व्यापारी भी अच्छे खासे पैसे कमा लेता.
किसानों ने लिया पराली नहीं जलाने का प्रण
किसानों ने पराली न जलाने का प्रण लेते हुए माना कि धुंए के रूप में जो कोहरा चारों तरफ फैला हुआ है ये पैराली जलाने के कारण हुआ है. किसान ने कहा कि रात के वक्त मौका लगाकर पराली जलाई जाती है और वह अब इसके पक्ष में नहीं हैं.
वहीं दूसरी ओर पराली ढोने वाले मजदूर ने बताया कि इससे हमें भी फायदा होता है क्योंकि खेत से यहां तक लाने में हमें मजदूरी मिलती है जिससे पैसे मिल जाते. वहीं दूसरी ओर रोहतक उपायुक्त ने किसानों की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि बढ़ते प्रदूषण को रोकने में किसानों का जो सहयोग मिल रहा है वो वाकई काबिले तारीफ है. साथ ही उन्होंने पराली जलाने वाले किसानों को चेतावनी देते हुए कहा कि जो भी किसान पराली जलाएगा उन्हें दंडित भी किया जा सकता है.
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