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कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर रोहतक पीजीआई में डॉक्टरों की आपात बैठक, दिए जरूरी दिशा-निर्देश - rohtak pgi emergency meeting

सोमवार को पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ओ.पी.कालरा ने कोविड-19 से जुड़े सभी विभागों के चिकित्सकों के साथ आपात बैठक बुलाई और जरूरी दिशा-निर्देश दिए.

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Published : Apr 6, 2021, 7:31 AM IST

रोहतक: जिस तरह से अचानक एक बार फिर से कोरोना के केस बढ़ गए हैं, उसको देखते हुए सोमवार को रोहतक स्थित पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ओपी कालरा ने कोविड-19 से जुड़े सभी विभागों के चिकित्सकों के साथ आपात बैठक बुलाई और जरूरी दिशा-निर्देश दिए.

इस अवसर पर उपस्थित चिकित्सकों को संबोधित करते हुए कुलपति डॉ. ओपी कालरा ने कहा कि अचानक से कोविड-19 के केसों में बहुत ज्यादा बढ़ोतरी हो गई है, ऐसे में प्रदेश का इतना बड़ा स्वास्थ्य संस्थान होने के नाते हमें किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पहले ही तैयार होना होगा. इसी वजह से आज यह आपात मीटिंग बुलाकर सभी अधिकारियों की ड्यूटी तय कर सभी जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.

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डॉ. ओ.पी.कालरा ने बताया कि फिलहाल कोरोना के मरीजों को मोडूलर ओटी, डे केयर, वार्ड 24, वार्ड 25 व वार्ड 26 में रखा जा रहा है, लेकिन दिन-प्रतिदिन मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सख्त कदम उठाए गए हैं. इसके चलते नौ अप्रैल शुक्रवार से एक बार फिर से ट्रॉमा सेंटर को पूर्ण रूप से कोविड-19 अस्पताल घोषित कर दिया जाएगा और सभी कोविड मरीजों को वहां रखा जाएगा, ताकि मरीजों के लिए ट्रॉमा के अधिक आईसीयू के बेड उपलब्ध हो सकें.

उन्होंने बताया कि शुक्रवार सुबह से ही ओर्थो और सर्जरी के एमरजेंसी के केसों को पहले की तरह ही पुरानी एमरजेंसी में देखा जाएगा. उन्होंने कहा कि ओपीडी में मरीज सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं कर रहे हैं, ऐसे में मरीजों की सुरक्षा को देखते हुए सभी विभाग के अध्यक्षों से वार्ता कर निर्णय लिया गया है कि बुधवार से चौधरी रणबीर सिंह ओपीडी में सुबह नौ बजे से 11 बजे तक ओपीडी कार्ड बनेंगे और जो मरीज काफी दूर से आएंगे उनका चिकित्सक की सलाह पर कार्ड बनेगा.

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निदेशक डॉ. रोहताश कंवर यादव ने कहा कि अब कोरोना से बचाव के तीन सबसे जरूरी उपाय है, वैक्सिनेशन, मॉस्क व सोशल डिस्टेंसिंग इसलिए , जिनकी उम्र 45 वर्ष से अधिक है वें किसी भी दिन सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित वैक्सिनेशन सेंटरों पर जाकर वैक्सिन लगवानी चाहिए.

चिकित्सका अधीक्षक डॉ. पुष्पा दहिया ने पीजीआईएमएस का स्टाफ हर आपदा का समाधान करने के लिए तत्पर है, जिस तरह से पहले कोविड-19 आपदा का सामना किया था, इसी तरह अब भी यहां के स्टाफ ने कमर कस ली है और मरीजों को यहां उच्च गुणवता की चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी.

डॉ. पुष्पा दहिया ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि कोविड के केसों में अचानक बहुत ज्यादा बढ़ोतरी आ गई है जोकि पहले भी एकदम इतने केस नहीं बढे थे, इसलिए लोग मॉस्क जरूर पहने और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करें और ज्यादा भीड भाड़ वाले क्षेत्र में जाने से बचें.

रोहतक: जिस तरह से अचानक एक बार फिर से कोरोना के केस बढ़ गए हैं, उसको देखते हुए सोमवार को रोहतक स्थित पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ओपी कालरा ने कोविड-19 से जुड़े सभी विभागों के चिकित्सकों के साथ आपात बैठक बुलाई और जरूरी दिशा-निर्देश दिए.

इस अवसर पर उपस्थित चिकित्सकों को संबोधित करते हुए कुलपति डॉ. ओपी कालरा ने कहा कि अचानक से कोविड-19 के केसों में बहुत ज्यादा बढ़ोतरी हो गई है, ऐसे में प्रदेश का इतना बड़ा स्वास्थ्य संस्थान होने के नाते हमें किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पहले ही तैयार होना होगा. इसी वजह से आज यह आपात मीटिंग बुलाकर सभी अधिकारियों की ड्यूटी तय कर सभी जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.

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डॉ. ओ.पी.कालरा ने बताया कि फिलहाल कोरोना के मरीजों को मोडूलर ओटी, डे केयर, वार्ड 24, वार्ड 25 व वार्ड 26 में रखा जा रहा है, लेकिन दिन-प्रतिदिन मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सख्त कदम उठाए गए हैं. इसके चलते नौ अप्रैल शुक्रवार से एक बार फिर से ट्रॉमा सेंटर को पूर्ण रूप से कोविड-19 अस्पताल घोषित कर दिया जाएगा और सभी कोविड मरीजों को वहां रखा जाएगा, ताकि मरीजों के लिए ट्रॉमा के अधिक आईसीयू के बेड उपलब्ध हो सकें.

उन्होंने बताया कि शुक्रवार सुबह से ही ओर्थो और सर्जरी के एमरजेंसी के केसों को पहले की तरह ही पुरानी एमरजेंसी में देखा जाएगा. उन्होंने कहा कि ओपीडी में मरीज सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं कर रहे हैं, ऐसे में मरीजों की सुरक्षा को देखते हुए सभी विभाग के अध्यक्षों से वार्ता कर निर्णय लिया गया है कि बुधवार से चौधरी रणबीर सिंह ओपीडी में सुबह नौ बजे से 11 बजे तक ओपीडी कार्ड बनेंगे और जो मरीज काफी दूर से आएंगे उनका चिकित्सक की सलाह पर कार्ड बनेगा.

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निदेशक डॉ. रोहताश कंवर यादव ने कहा कि अब कोरोना से बचाव के तीन सबसे जरूरी उपाय है, वैक्सिनेशन, मॉस्क व सोशल डिस्टेंसिंग इसलिए , जिनकी उम्र 45 वर्ष से अधिक है वें किसी भी दिन सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित वैक्सिनेशन सेंटरों पर जाकर वैक्सिन लगवानी चाहिए.

चिकित्सका अधीक्षक डॉ. पुष्पा दहिया ने पीजीआईएमएस का स्टाफ हर आपदा का समाधान करने के लिए तत्पर है, जिस तरह से पहले कोविड-19 आपदा का सामना किया था, इसी तरह अब भी यहां के स्टाफ ने कमर कस ली है और मरीजों को यहां उच्च गुणवता की चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी.

डॉ. पुष्पा दहिया ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि कोविड के केसों में अचानक बहुत ज्यादा बढ़ोतरी आ गई है जोकि पहले भी एकदम इतने केस नहीं बढे थे, इसलिए लोग मॉस्क जरूर पहने और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करें और ज्यादा भीड भाड़ वाले क्षेत्र में जाने से बचें.

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