रोहतक: पुलिस ने हरियाणा रोडवेज में कंडक्टर के पद पर भर्ती कराने के लिए लोगों से ठगी करने वाले शातिर गिरोह का पर्दाफाश किया है. गिरोह के सदस्य आवेदन करने वाले युवकों को फोन करके भर्ती होने के लिए रुपयों की मांग करते थे. मोटी रकम लेकर आवेदनकर्ता को फर्जी चयनित पत्र भेजा जाता था.
ऐसे बनाते थे बेरोजगारों को शिकार
गांव माडौधी रागडान (रोहतक) निवासी सोम कटारिया ने थाना कलानौर में हरियाणा रोडवेज में कंडक्टर के पद पर नौकरी लगावाने के नाम पर रूपये लेकर फर्जी चयन पत्र देने के बारे रिपोर्ट दर्ज करवाई. जांच में सामने आया कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा हरियाणा रोडवेज में कंडक्टर के पद पर आवेदन आमंत्रित किए गए थे. सोम कटारिया ने कंडक्टर के पद के लिए आवेदन किया था. सोम कटारिया के फोन पर एक युवक का फोन आया जिसने अपना नाम मुकेश चहल बताया तथा अपने आपको एचएसएससी हेडक्वॉर्टर पंचकूला में हेड क्लर्क के पद पर कार्यरत बताया. मुकेश चहल ने सोम कटारिया से कहा कि अगर कंडक्टर के पद पर भर्ती होना है तो रुपये लगेंगे. सोम कटारिया ने मुकेश चहल के कहने पर अलग-अलग बैंक खातों में कुल 1,97,999 रुपये जमा कराए. उसके बाद मुकेश चहल ने सोम कटारिया को कंडक्टर के पद पर चयन पत्र वाट्सएप के माध्यम से भेज दिया जो जांच में फर्जी पाया गया.
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आरोपी भेजे गए 4 दिन की रिमांड पर
सीआईए-1 स्टाफ और साइबर सेल द्वारा मामले की गहनता से जांच की गई. वारदात को हल करते हुए नौकरी दिलाने का झांसा देकर रूपये ठगने वाले गिरोह के सदस्य दीपक डबराल और सरगना गोविन्द को गिरफ्तार किया गया. आरोपियों को अदालत में किया गया. अदालत के आदेश पर आरोपियों को 4 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है. गिरोह के अन्य सदस्यों को गिरफ्तार करने के लिए निरंतर छापेमारी की जा रही है.