रोहतक: देश के सबसे प्रतिष्ठित एग्जाम में से एक यूपीएससी एग्जाम में हरियाणा के युवाओं ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है. प्रदेश के 13 होनहार अभ्यर्थियों ने यूपीएसएसी एग्जाम में सफलता हासिल की हैं. इनमें 8 लड़कियां और 5 लड़के शामिल हैं. इनमे से एक नाम बहादुरगढ़ की रहने वाली कनिका राठी का भी है. कनिका ने बिना किसी कोचिंग को ज्वाइन किए ही अपने आईएएस बनने के सपने को साकार कर दिखाया. उन्होंने ने सिविल सर्विस एग्जाम की तैयारी के लिए (Civil Service Exam 2021) की तैयारी के लिए सेल्फ स्टडी पर भरोसा जताते हुए चौथे प्रयास में ऑल इंडिया में 64वीं रैंक हासिल की है.
पिता इंजीनियर तो चाचा है डॉक्टर- कनिका राठी बहादुरगढ़ के खरहर गांव की रहने वाली हैं. फिलहाल वे अपने परिवार के साथ बहादुरगढ़ के दयांनन्द नगर में रह रही हैं. कविता के पिता नरेश इंजीनियर हैं तो चाचा डॉ. अनिल राठी झज्जर चिकित्सा विभाग में सीनियर डॉक्टर है. कनिका की मां टीचर है. कनिका आईबी में नौकरी करती थी लेकिन नौकरी और तैयारी में सामंजस्य नहीं बैठ रहा था. इसके बाद कनिका ने अपनी आईबी की नौकरी छोड़ दी. इसके बाद सेल्फ स्टडी के जरिए अपने बचपन के सपने को पूरा करने के लिए जी जान से जुट गई.
तैयारी के दौरान सोशल मीडिया से बना ली थी दूरी- कनिका ने अपने सिविल सर्विस एग्जाम की तैयारी को लेकर बताया कि तैयारी के दौरान उन्होंने सोशल मीडिया से बिल्कुल दूरी बना ली थी. वे कभी- कभार यूट्यूब चैनलों के जरिए अपने डाउट्स को क्लीयर करने के लिए इस्तेमाल करती थी. कनिका ने बताया कि जब वह पढ़-पढ़कर बोर हो जाती तो गार्डनिंग करती या फिर पेंटिंग कर लेती थी या तो परिवार के साथ बैठकर बातें कर बोरियत को दूर कर लेती थी.
कनिका ने दिया मूल मंत्र- कनिका ने यूपीएससी की तैयारी कर रहे बच्चों को कहा कि रिविजन इज द की ऑफ सक्सेस. परिवार का साथ और सहयोग 90 प्रतिशत सफलता देता है और 10 प्रतिशत आपकी तैयारी. कनिका का कहना है कि यूपीएससी की तैयारी के चलते दोस्तों और सोशल सर्कल से दूर हो गई. आउटिंग भी कम हुई लेकिन कुछ हासिल करने के लिए थोड़ा बहुत त्याग करना ही पड़ता है.
बचपन से ही पढ़ाई में मेधावी रही हैं कनिका- कनिका राठी की मां नीलम अपनी बेटी की इस उपलब्धि से काफी खुश है. उन्होंने बताया कि कनिका स्कूल से ही बेहद मेधावी रही है. 95 प्रतिशत अंक हासिल कर सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी की परीक्षा पास की थी. कनिका के पिता नरेश राठी भी बेटी की कामयाबी पर बेहद खुश है. उन्होंने कहा कि उन्होंने बेटी की शादी करने की बजाय बेटी का सपना पूरा करने पर फोकस किया. क्योंकि बेटियां बेटों के समान है और उनके सपने पूरे करना मां बाप का फर्ज है. वहीं कनिका ने अपनी इस कामयाबी का पूरा श्रेय अपने माता-पिता को दिया है.
ये भी पढ़ें: UPSC सिविल सेवा 2021 परिणाम: तीसरे नंबर पर रहीं चंडीगढ़ की गामिनी सिंगला, परिजनों में खुशी का माहौल