रोहतक: सोमवार को हरियाणा सर्व कर्मचारी संघ ने राज्य कार्यकारिणी बैठक का आयोजन किया. बैठक कर्मचारी भवन में की गई. बैठक की अध्यक्षता संघ के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा ने की. हरियाणा सर्व कर्मचारी संघ ने प्रदेश सरकार को अल्टीमेटम दिया है (Haryana Sarv Karamchari Sangh) कि अगर 10 नवंबर तक कर्मचारियों की मांगों का समाधान नहीं किया, तो 11 से 13 नवम्बर तक कुरुक्षेत्र में राज्य सम्मेलन कर निर्णायक आंदोलन का ऐलान किया जाएगा. सर्व कर्मचारी संघ ने कहा कि इससे पहले इस निर्णायक आंदोलन की तैयारी के लिए 20 अगस्त से 20 अक्टूबर तक सभी जिलों में कर्मचारी प्रतिनिधि सम्मेलन किए जाएंगे.
क्या हैं मांगे: कर्मचारियों की पुरानी पेंशन व छंटनीग्रस्त कर्मियों को बहाल किया जाए, ठेका सिस्टम समाप्त कर कच्चे कर्मियों की रेगुलराइजेशन, समान काम समान वेतन व सेवा सुरक्षा प्रदान करने, खाली पड़े लाखों पदों को भरने, लिपिक का वेतनमान 35400 करने, ग्रुप-डी के कर्मियों का पदोन्नति कोटा बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने और पदोन्नति में लगाई गई पांच साल की शर्त को घटाकर दो वर्ष करने, हितधारकों से विमर्श किए बिना जबरन थोपी जा रही कौशल रोजगार निगम व चिराग योजना को वापस लेने, पटवारी और कानूनगो सहित अनेक श्रेणियों की वेतन विसंगतियों को दूर किए जाने की मांग बैठक में की गई. इसके साथ ही बैठक में 10 की बजाय 5 साल बाद वेतन आयोग का गठन करने की भी मांग को प्रमुखता से उठाया गया.
विरासत बचाओ अभियान का प्रस्ताव: इसी के साथ बैठक में आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर सांझी विरासत बचाओ अभियान के लिए शहीद यादगार समिति में भाग लेने की भी चर्चा बैठक में की गई. बता दें कि बैठक में 7 अगस्त को हिसार कन्वेंशन व स्वतन्त्रता दिवस की पूर्व संध्या पर 14 अगस्त को किसानों और मजदूरों के रात्रि जागरण में भी भाग लेने का प्रस्ताव पास किया गया.