रोहतक: मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पिछले कार्यकाल से ही बिजली के बिल भरने की बार-बार अपील करते रहे लेकिन 5 साल बीत जाने के बाद भी करोड़ों का बिजली बिल बकाया है. जिसमें खुद सरकारी विभागों पर 8 करोड़ रुपये बकाया है. रोहतक की बात करें तो यहां 444 करोड़ रु प्राइवेट क्षेत्रों में जबकि 8 करोड़ सरकारी विभागों पर बाया है. इसके अलावा ग्रामीण इलाकों में 420 करोड़ की बिजली बिल की देनदारी बाकी है.
हुड्डा और खट्टर के गांव भी डिफाल्टर
रोहतक में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और मौजूदा मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटर के पैतृक गांव भी बिजली बिल डिफॉल्टर्स में शामिल है. इन गांवों को डिफाल्टर घोषित किया हुआ है और सबसे ज्यादा लाइन लॉस इन्हीं गांवों में होता है. बिजली विभाग कई बार यहां नोटिस भी दे चुके हैं. डिफाल्टर गांव की लिस्ट में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के पैतृक गांव निडाना पर लगभग 50 लाख रुपए बकाया है.
रोहतक में सबसे ज्यादा डिफाल्टर
उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम के रोहतक सर्कल में बकायेदारों की सूची में सरकारी विभाग सबसे अधिक हैं. बिजली विभाग के अधिकारी एस.के बंसल ने बताया कि रोहतक सर्कल में करोड़ों रुपए बकाया है. इसमें सरकारी विभाग व ग्रामीण क्षेत्र भी आते हैं.
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