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रोहतक की ये गौशाला बनी 'मौत'शाला! हर तीसरे दिन हो रही एक गाय की मौत

कृष्ण गौशाला में मूलभूत सुविधाओं के अभाव में हर तीसरे दिन गाय की मौत हो रही है. केंद्र और प्रदेश सरकार गायों के संरक्षण के लिए नए-नए कदम उठाने के दावे करती हैं, राजनीतिक दल और सामाजिक संगठन इनके लिए चंदा इकट्ठा करते हैं. लेकिन बावजूद इसके अगर गौमाता की देखभाल नहीं हो पा रही है तो जिम्मेदार कौन है.

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Published : Jul 8, 2019, 8:47 AM IST

Updated : Jul 8, 2019, 10:48 AM IST

गौशाला बन रही 'मौत'शाला

रोहतक: जैसे-जैसे चुनाव पास आते हैं राजनीतिक पार्टियों के लिए गाय माता बन जाती है. गाय के नाम पर जमकर राजनीति होती है. लेकिन सरकार बदली, सत्ता बदली, लेकिन गायों की स्थिति नहीं बदली.

हर तीसरे दिन गाय की हो रही मौत
महम के मोखरा गांव की कृष्ण गोशाला में मूलभूत सुविधाओं के अभाव में हर तीसरे दिन गाय की मौत हो रही है.गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित कराने के लिए विभिन्न संगठन मांग उठा रहे हैं, लेकिन गोशाला में ही गौमाता की ऐसी दुर्दशा हो रही है.

क्लिक कर देखें वीडियो

सरकार के सारे दावे हुए फेल
केंद्र और प्रदेश सरकार गायों के संरक्षण के लिए नए-नए कदम उठाने के दावे करती हैं, राजनीतिक दल और सामाजिक संगठन इनके लिए चंदा इकट्ठा करते हैं. लेकिन बावजूद इसके अगर गौ माता की देखभाल नहीं हो पा रही तो आप इसे क्या कहेंगे.

गौशाला में फैली बदबू
इतना ही नहीं लोगों का कहना है कि यहां जो गाय मर जाती हैं उन्हें आस-पास ऐसे ही मिट्टी डालकर छोड़ दिया जाता है. जिसे कुत्ते नोंच-नोंच के खाते हैं और उसकी हड्डियां इधर-उधर मिलती हैं. इससे ग्रामीणों को भी परेशानी होती है. कई गौ-सेवकों ने तो यहां फैली बदबू के कारण यहां आना ही छोड़ दिया.

सरकार के दावों की खुली पोल
बहरहाल जो भी हो सरकार गाय को माता का दर्जा देकर उनके नाम पर करोड़ों रुपए खर्च करने का दम जरूर भरती है लेकिन आसपास खेतों में फैली गायों की हड्डियां इन सबकी पोल खोल रही हैं.

रोहतक: जैसे-जैसे चुनाव पास आते हैं राजनीतिक पार्टियों के लिए गाय माता बन जाती है. गाय के नाम पर जमकर राजनीति होती है. लेकिन सरकार बदली, सत्ता बदली, लेकिन गायों की स्थिति नहीं बदली.

हर तीसरे दिन गाय की हो रही मौत
महम के मोखरा गांव की कृष्ण गोशाला में मूलभूत सुविधाओं के अभाव में हर तीसरे दिन गाय की मौत हो रही है.गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित कराने के लिए विभिन्न संगठन मांग उठा रहे हैं, लेकिन गोशाला में ही गौमाता की ऐसी दुर्दशा हो रही है.

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सरकार के सारे दावे हुए फेल
केंद्र और प्रदेश सरकार गायों के संरक्षण के लिए नए-नए कदम उठाने के दावे करती हैं, राजनीतिक दल और सामाजिक संगठन इनके लिए चंदा इकट्ठा करते हैं. लेकिन बावजूद इसके अगर गौ माता की देखभाल नहीं हो पा रही तो आप इसे क्या कहेंगे.

गौशाला में फैली बदबू
इतना ही नहीं लोगों का कहना है कि यहां जो गाय मर जाती हैं उन्हें आस-पास ऐसे ही मिट्टी डालकर छोड़ दिया जाता है. जिसे कुत्ते नोंच-नोंच के खाते हैं और उसकी हड्डियां इधर-उधर मिलती हैं. इससे ग्रामीणों को भी परेशानी होती है. कई गौ-सेवकों ने तो यहां फैली बदबू के कारण यहां आना ही छोड़ दिया.

सरकार के दावों की खुली पोल
बहरहाल जो भी हो सरकार गाय को माता का दर्जा देकर उनके नाम पर करोड़ों रुपए खर्च करने का दम जरूर भरती है लेकिन आसपास खेतों में फैली गायों की हड्डियां इन सबकी पोल खोल रही हैं.

Intro:31 सरपंच चार पंचायत समितियों समेत 317 पंचों के लिए मतदान।

एंकर - खंड उकलाना के गांव बिठमड़ा में आज सुबह 8 बजे से 4 बजे तक सरपंच पद के लिए उपचुनाव होने जा रहा है। आपको बता दें कि हरियाणा की ग्राम पंचायतों में रिक्त पड़े पंचों के लिए 317 और सरपंचों के लिए 31 पदों पर आज रविवार को मतदान होगा।
इसके अलावा पंचायत समिति के 4 सदस्यों के लिए भी वोट डाले जाएंगे। सरपंच और पंचायत समितियों के सदस्यों के चुनाव में नोटा का विकल्प भी रखा गया है।
राज्य चुनाव आयुक्त डॉ दिलीप सिंह ने बताया कि सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान होगा और उसके तुरंत बाद मतगणना की जाएगी।

Body: मतदान ईवीएम से होगा। चुनाव के मद्देनजर सभी निर्वाचन क्षेत्रों में आज रविवार को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। सभी सरकारी विभागों और बोर्ड निगमों के साथ ही सार्वजनिक उपक्रमों और निजी संस्थानों में लगे उन कर्मचारियों को सवैतनिक अवकाश मिलेगा जो पंचायत उप चुनाव में मतदाता है।
गांव बिठमड़ा में तीन स्थानों पर 5 बूथ बनाए गए हैं। जिसमें गांव के 7703 मतदाता अपने मत का प्रयोग कर 5 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे।Conclusion:
Last Updated : Jul 8, 2019, 10:48 AM IST
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