रोहतक: पूर्व सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. अब पूर्व मंत्री के खिलाफ रोहतक से कांग्रेस विधायक भारत भूषण बत्रा भी मैदान में आ गए हैं. यही नहीं विधायक साहब ने तो पूर्व मंत्री के साथ साथ मुख्यमंत्री को भी भ्रष्टाचार के आरोपों के लपेटे में ले लिया है. पूर्व विधायक बीबी बत्रा का आरोप है कि सहकारिता राज्य मंत्री मनीष ग्रोवर ने शुगर मिल में सैकड़ों करोड़ों रुपये का घोटाला किया है और ये मुख्यमंत्री की सय के बिना नहीं हो सकता.
जांच की मांग की
उन्होंने इसकी जांच की मांग की है. इससे पहले महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू भी पूर्व सहकारिता राज्य मंत्री मनीष ग्रोवर पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगा चुके हैं.
क्या आरोप लगाया
दरअसल, कांग्रेस विधायक का आरोप है कि हरियाणा शुगर फेडरेशन ने शुगर मिलों में पिराई की क्षमता को बढ़ाने के लिए 2018-19 में दो शुगर मिल पानीपत और करनाल की क्षमता बढ़ाने का प्रस्ताव पास किया था, जिसमें पानीपत शुगर मिल की क्षमता 1800 टन गन्ना प्रतिदिन से बढ़ाकर 5000 और करनाल शुगर मिल की क्षमता 2200 टन से बढ़ाकर 3500 टन प्रतिदिन करने का प्रस्ताव था, जिसमें करीब 350 करोड़ रुपये लागत का अनुमान था.
उन्होंने कहा कि इस कार्य को करने के लिए हरियाणा शुगर फेडरेशन, उस समय के अतिरिक्त मुख्य सचिव सहकारिता, उस समय के मंत्री मनीष ग्रोवर तथा मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जो विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करवाई, उसके अनुसार ई-टेंडर तथा ई-बिड में इस कार्य को करने के लिए प्लांट एंड मशीनरी के लिए जो दिशानिर्देश तय किए गए, उन सभी को किसी फर्म विशेष को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से बनाया गया. इसके अंदर सबसे अहम बिंदु ये रहा कि ई-बिड के क्लॉज नंबर 2.1 के अनुसार जिस फर्म को ठेका दिया जाना प्रस्तावित था. उस फर्म का पिछले 3 सालों के दौरान 300 करोड़ रुपये प्रति वर्ष टर्नओवर होना आवश्यक था.
कांग्रेस विधायक ने मुख्यमंत्री और पूर्व सहकारिता राज्य मंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस घोटाले के संबध में एक शुगर मिल उत्पादक कम्पनी जो पुणे में स्थित है, ने एक शिकायत मुख्यमंत्री और अन्य अधिकारियों को साल 2018 में भेजी थी. उसमें इस घोटाले के बारे में विस्तृत जानकारी दी जैसे कि पिंगेल शुगरमिल एंड एग्रो प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, जिला बीड (महाराष्ट्र) में जो कार्य पानीपत शुगर मिल में 370 करोड़ में हुआ है. वहीं, कार्य 230 करोड़ रूपये में हुआ है.
उन्होंने बताया कि इसी प्रकार लोकमान्य शक्कर उद्योग लिमिटेड पोस्ट काप्शी, तहसील फाल्टन जिला सितारा महाराष्ट्र में ये सभी कार्य 217 करोड़ में करवाए हैं. इसी प्रकार बब्बन राव जी सिंधे शुगर एंड अलाइड इंडस्ट्रीज लिमिटेड केवड़ तहसील माधा, जिला सोलापुर महाराष्ट्र में मशीनरी व इक्विपमेंट केवल 112 करोड़ में करवाए गए हैं जो जिससे साफ पता लगता है कि पानीपत और करनाल शुगर मिल में ही 150 -150 करोड़ यानी कि कुल 300 करोड़ का घोटाला किया गया है तथा पुणे की फर्म द्वारा दी गयी शिकायत पर जान बूझ कर कोई शिकायत नहीं की गयी.
गौरतलब है कि कांग्रेस विधायक बीबी बत्रा ने मुख्यमंत्री और पूर्व मंत्री पर घोटाले के आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है.
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