रोहतक: इस कार्यक्रम में बाहर से आई महिलाओं ने छात्राओं के साथ अपने विचार साझा किए और वह अपने क्षेत्र में किस तरह से कामयाब हुई उन्होंने हर पहलू पर प्रकाश डाला. शहर में ऑटो चलाने वाली महिलाएं और टायर पंचर बनाने वाली महिला कार्यक्रम में शामिल हुईं.
ऑटो चलाने वाली लगभग आधा दर्जन महिलाओं ने आज इस कार्यक्रम में शिरकत की जहां महिला कॉलेज प्रशासन ने उन्हें सम्मानित किया. इन ऑटो चालक महिलाओं ने छात्राओं को बताया कि उनकी मजबूरियां थी, परिवार में गरीबी थी, परिवार का पालन पोषण करना था. उन्हें कोई काम नहीं मिला और वह ऑटो चलाने लगी. शुरू में काफी दिक्कतें आई लेकिन हमने समय के साथ समझौता किया और आज सब लोग उन्हें इज्जत देते हैं और वह अपने काम से खुश हैं.
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वहीं महिला कन्या महाविद्यालय की प्राचार्य रश्मि लोहचाब ने कहा कि आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस है. उन्हें फक्र है कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं. आज के कार्यक्रम में उन्होंने उन महिलाओं को छात्राओं से रूबरू करवाया है जो परिस्थितियों के आगे झुकी नहीं , बल्कि हिम्मत के साथ आगे बढ़ी और आत्मनिर्भर बनी हैं.
इन महिलाओं ने छात्राओं को अपने विचारों से अवगत कराया जिससे छात्राओं को अपने जीवन में इनके संघर्ष की कहानी से प्रेरण मिलेगी. वह सरकार से भी अपील करती हैं कि इस तरह की जो कमजोर तबके से महिलाएं हैं उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में प्राथमिकता दें तो महिलाएं समाज में सम्मानजनक जिंदगी जी सकती हैं.
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