पानीपत: इंडस्ट्रियल एरिया पानीपत, हरियाणा सरकार को करोड़ों रुपयों का टैक्स देता है, लेकिन यहां का ओल्ड इंडस्ट्रियल एरिया मूलभूत सुविधाओं को तरस रहा है. यहां की सड़कें बिना बारिश के ही तलाब बन गई हैं. जिससे लोगों को बहुत परेशानी होती है. सड़कों पर 3-3 फीट पानी भर जाता है. जिसके कारण वाहनों को निकलने में असुविधा होती है. आए दिन वाहन पानी में फंस कर खराब हो जाते हैं.
जानकारी के मुताबिक ओल्ड इंडस्ट्रियल एरिया में अप्रैल तक 16.50 करोड़ रुपये की लागत से 17 सड़कें बननी थी. ये समय दो महीने पहले पूरा हो चुका है. अभी तक ठेकेदार एक भी सड़क नहीं बना पाया है. ठेकेदार ने तो उल्टा सड़के उखाड़ कर यहां के उद्यमियों और राहगीरों की समस्या बढ़ा दी है. सड़कें 3-3 फीट गहरी खोदकर छोड़ दी गई हैं. जिससे सड़कों पर बिना बारिश के ही पानी भरा रहता है.
सबसे बड़ी बात ये है कि विधायक प्रमोद विज की 8 जून की बैठक में ठेकेदार ने भरोसा दिलाया था कि एक सप्ताह के भीतर काम शुरू कर देगा, लेकिन 20 दिन बीत जाने के बाद भी काम शुरू नहीं हुआ. ओल्ड इंडस्ट्रियल एरिया की सड़कों का निर्माण कार्य 16.50 करोड़ रुपये की लागत में कराने के लिए मार्च 2019 में वर्क ऑर्डर जारी हुए थे. टेंडर की शर्त के अनुसार ये काम अप्रैल 2020 तक पूरा होना था. जोकि अभी तक नहीं हुआ है.
वार्ड के पार्षद दुष्यंत भट्ट का कहना है कि आने वाले 15 दिनों के अंदर सड़क निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा. व्यापारियों का कहना है कि सड़कें कच्ची पड़ी रहने से कामकाज ठप हो रहे हैं. वाहनों का आना-जाना ठप होने से कच्चा व तैयार माल लाने ले जाने में काफी दिक्कतें होती हैं. उद्यमियों को बहुत परेशानी है. करोड़ों रुपये जीएसटी देने के बाद भी उद्योगपतियों को इस तरह की समस्याएं झेलनी पड़ रही हैं.
बता दें कि ओल्ड इंडस्ट्रियल एरिया में 300 से ज्यादा इंडस्ट्री हैं. जिसमें धागा मिल, कपड़ा मिल, कंबल फैक्ट्री, ड्राइंग हाउस के अलावा मछली मार्केट और वेयर हाउस कार्यालय भी इसी एरिया में हैं.
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